Dhanbad News: एसएसपी की पुलिस अफसरों के साथ मीटिंग, BCCL के दो जीएम पर शिकंजा, बीएनआर साइडिंग के चारों ओर निषेधाज्ञा, शौहर ने फोन पर दिया तीन तलाक

एसएसपी ने निरसा में पुलिस अफसरों के साथ की मीटिंग, फिक्स रूट से ही मुहर्रम का अखाड़ा निकालें धनबाद:एसएसपी किशोर कौशव ने दुर्गापूजा और मुहर्रम को लेकर बुधवार को निरसा व चिरकुंडा सर्किल के पुलिस अफसरों के साथ बैठक की. एसपी ने अफसरों से कहा कि हर हाल में अक्तूबर तक पांच वर्ष पुराने पेंडिंग केसों का डिस्पोजल करें. मामले में लापरवाही बरतने वाले थानेदार के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.सभी पेंडिग वारंट एवं कुर्की का डिस्पोजल 15 दिनों का करने का टारगेट पुलिस अफसरों को मिला. एसएसपी ने कहा कि अब तक निरसा पुलिस सब डिवीजन में 225 लोगों पर 107 की कार्रवाई की गई है.पर्व त्योहारों के दौरान शांति व्यवस्था बहाल रखने के लिए कई आवश्यक कदम उठाये गये हैं.मुहर्रम जुलूस के दौरान प्रकाश की समुचित व्यवस्था,अखाड़ों की वीडियोग्राफी एवं सदस्यों को पहचान पत्र होना आवश्यक है.सभी अखाड़ा कमेटियों को निर्देश दिया गया है कि वह कम से कम 10 सदस्यों का नाम पता एवं मोबाइल नंबर थाना को उपलब्ध करायें ताकि पुलिस उनसे सहयोग ले सकें. थाना प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि जुलूस निकलने के रूट की स्वयं भौतिक सत्यापन अवश्य कर संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर वहां पर पुलिस बल की तैनाती करें. निर्धारित रूट से अलग जुलूस निकालने वाले अखाड़ा के संचालकों पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी. धनबाद के रोड से बंगाल के कोयले की तस्करी नहीं होगी एसएसपी कहा कि पश्चिम बंगाल से धनबाद के रास्ते किसी भी हालत में कोयले की तस्करी नहीं होने दी जायेगी. पुलिस इस दिशा में कार्रवाई भी कर रही है. पश्चिम बंगाल के कोयला तस्करों को चिन्हित कर उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज की जा रही है. एमपीएल में आउट पोस्ट में पुलिस अफसर व पुलिसकर्मियों की पोस्टिंग कर दी गयी है. एमपीएल ओपी अब कंपलेन भी दर्ज होगी. बैठक में एसडीपीओ विजय कुशवाहा,गोविदपुर थाना प्रभारी मनोज कुमार, निरसा थाना प्रभारी उमेश प्रसाद सिंह, चिरकुंडा थाना प्रभारी प्रभात कुमार सिंह, इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह एवं निरसा व चिरकुंडा अंचल के सभी ओपी प्रभारी मौजूद थे. एटी देवप्रभा को गलत क्रेडेंशियल सर्टिफिकेट देने में BCCL के दो जीएम पर कसा शिकंजा, सीवीसी करेगा जांच धनबाद:आउटसोर्सिंग कंपनी एटी देवप्रभा द्वारा बीसीसीएल की बस्ताकोला एरिया की ईस्ट भगतडीह कोलियरी के एकेजे शिमलाबहाल पैच के 2205.41 करोड़ रुपये के टेंडर को गलत तरीके से लेने के मामले में अब सीवीसी जांच करेगी. इस मामले में बीसीसीएल के दो जीएम भी फंस गये हैं. झारखंड हाईकोर्ट ने मामले की जांच मुख्य सतर्कता आयोग (सीवीसी) से कराने को कहा है. उल्लेखनीय है कि एटी देवप्रभा को जो क्रेंडेंशियल सर्टिफिकेट दिया गया वह ही गलत है. आरोप है कि देवाप्रभा कंपनी के प्रदर्शन से कहीं अधिक का क्रेडेंशियल सर्टिफिकेट दिया गया है. मामले में लोदना के तत्कालीन जीएम कल्याणजी प्रसाद व ईजे एरिया के तत्कालीन जीएम एके प्रसाद की भूमिका संदिग्ध है.विजीलेंस ने इसकी जांच शुरु कर दी है.कंपनी की ओर से जब तक क्रेडेंशियल सर्टिफिकेट देने वाले अफसरों पर कार्रवाई या क्लीनचिट के बाद ही एटी देवप्रभा कंपनी पर भी कार्रवाई की जा सकती है. जांच में अगर अफसरों को दोषी पाया गया तो आउटसोर्सिंग कंपनी को काली सूची में डाला जा सकता है. टेंडर हुई थी कैंसिल एकेजे शिमलाबहाल पैच में कोल माइनिंग, ट्रांसपोर्टिंग और ओबी हटाने के टेंडर में गड़बड़ी के बाद पिछले 28 अक्टूबर को टेंडर कैंसिल करी दी गयी थी. यह मामला रांची हाईकोर्ट में चल रहा था. हाइकोर्ट ने पूरे मामले पर सीवीसी से जांच कर कार्रवाई को कहा है. बीसीसीएल हेडक्वार्ंटर कांट्रेक्ट मैनेजमेंट सेल टेंडर कैंसिल कर जारी लेटर में कहा था कि टेंडर आमंत्रण सूचना को प्रथमदृष्टया हेराफेरी और कपटपूर्ण बीडिंग के कारण निरस्त किया जाता है. 2205.41 करोड़ रुपये की प्राक्कलित राशि के काम को 2415.40 करोड़ में दिया जा रहा था. प्राक्कलित राशि से 9.52 परसेंट अधिक की रेट पर कंटेक्ट की तैयारी थी. बीडिंग में रेट डालने वाले कंपनी वीपीआर माइनिंग इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड एटी देवप्रभा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड त्रिभुवन कैरियर प्राइवेट लिमिटेड एसजीपीएल टीसीपीएल बीपीजेवी कंपनी एसएल लिमिटेड बीजीआर माइनिंग एंड इंफ्रा लिमिटेड आर प्रोजेक्ट अंबे माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड बीएनआर साइडिंग के चारों ओर निषेधाज्ञा लगाने का आदेश धनबाद:एसडीएम राज महेश्वरम में बीएनआर साइडिंग के चारों ओर दं.प्र.सं. की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू करने का आदेश दिया है.एसडीएम ने बताया कि जनता मजदूर संघ के असंगठित मजदूरों के द्वारा 6 सितंबर 2019 को बीएनआर साइडिंग का कार्य बंद करवा देने का एक लिखित आवेदन थाना प्रभारी के नाम से दिया गया है.इस संबंध में परियोजना पदाधिकारी निर्झर चक्रवर्ती के द्वारा सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध किया गया है.जनता मजदूर संघ के द्वारा पूर्व में भी साइडिंग का कार्य असंगठित मजदूरों के साथ मिलकर नाजायज मजमा बनाकर सरकारी कार्य में बाधा डालते हुए उत्पादन कार्य में बाधा पहुंचाते आ रहे हैं,जिससे भारत सरकार के राजस्व में काफी क्षति होती रहने की बातें प्रकाश में आई है.बीएनआर साइडिंग में मजदूर कार्यरत हैं.कार्य होने से ही उनकी जीविका चलती है.कार्य नहीं होने की स्थिति में कार्यरत मजदूरों को समक्ष जीविकोपार्जन की समस्या उत्पन्न होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.साथ ही राज्य सरकार को राजस्व की भी क्षति होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.जिसे तुरंत रोका जाना लोकहित एवं विधि व्यवस्था के लिए नितांत आवश्यक है. एसडीएम ने कहा उपयुर्क्त तथ्यों से संतुष्ट होते हुए धनबाद लोक परिशांति एवं आवश्यक सेवाओं को बनाए रखने के उद्देश्य से दं.प्र.सं. की धारा 144 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए बीएनआर साइडिंग के चारों ओर बाहर तरफ (100 मीटर) की परिधि में तत्काल प्रभाव से 6 सितंबर 2019 के पूर्वाह्न से अगले आदेश तक के लिए निषेधाज्ञा जारी की गई है. शौहर ने फोन पर दिया तीन तलाक धनबाद:कतरास टंडा बस्ती निवासी मो. ईसा अंसारी की पुत्री जास्मीन फिरदौस को सौहर ने वैशाली से फोन पर दिया तीन तलाक. महिला ने कतरास पुलिस स्टेशन में कंपलेन की है. जस्मीन का कहना है कि वर्ष 2013 की 29 अप्रैल को उसका निकाह बिहार के वैशाली जिले के महुआ पुलिस स्टेशन एरिया के चकोटी निवासी मो.रफीक अंसारी के पुत्र मो.अनवारुल हक के साथ हुआ था.शौहर व ससुराल वालों का व्यवहार .निकाह के कुछ दिनों बाद तक उसके प्रति ठीक रहा. बाद में ससुराल वालों ने दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरु किया.बच्चा होने पर शौहर और ससुराल वालों का व्यवहार और भी खराब हो गया.दो बच्चे पैदा होने के बाद बंध्याकरण करा दी गयी.पति ने उसे वर्ष 2018 की आठ अगस्त को मायके कतरास पहुंचा दिया. कई बार अपनी ससुराल वालों से संपर्क किया,मगर कोई समाधान नहीं हुआ.शौहर से से दो सिंतबर को मोबाइल पर बात हुई.बातचीत के दौरान उसने तीन तलाक दे दिया.