धनबाद: झरिया एमएलए संजीव की वाइफ रागिनी बीजेपी की स्टार प्रचार की भूमिका में

  • मिनिस्टर व सीनीयर नेताओं के साथ मंच पर मिल रही है विशेष तरजीह
  • रागिनी के भाषणों से उत्साहित होते हैं बीजेपी कार्यकर्ता
  • झरिया, धनबाद, बोकारो, केंदुआ में की सभा में रागिनी ने छोड़ी छाप
  • सोशल मीडिया पर भी रागिनी के कैंपेन की जोरदार चर्चा
विकास सिंह [caption id="attachment_32586" align="aligncenter" width="560"]                                              अमित शाह का स्वागत करते रागिनी[/caption] धनबाद: धनबाद में बीजेपी कैंडिडेट पीएन सिंह के नॉमिनेशन के दिन सीएम रघुवर दास की मौजूदगी में भाजपा ज्वाइन करने वाली झरिया एमएलए संजीव सिंह की वाइफ रागिनी सिंह स्टार प्रराक के रौल में है. रागानी 15 दिनों में बीजेपी की मीटिंग में छा गयी है. रागिनी बीजेपी कैंडिडेट के लिए लगातार चुनाव प्रचार कर रही है. पुराने लीडर की तरर रागिनी घंटो लगातार जनसंपर्क कर बीजेपी के लिए वोट मांग रही है. रागिनी झरिया में बी [caption id="attachment_32587" align="alignright" width="215"] बीजेपी महासचिव अरुण सिंह का स्वागत करते रागिनी[/caption] जेपी को पिछली बार से ज्यादा वोटों से लीड दिलाने को लेकर लगातार वर्करों के बीच जा रही है. झरिया के एक-एक इलाके खासकर संजीव करीबीयों को वह सक्रिय कर दी है. बीजेपी में रागिनी को विशेष तरहजीह भी मिल रही है. बीजेपी प्रसिडेंट अमित शाह, होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह, कोल मिनिस्टर पीयूष   गोयल, बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह के साथ रागिनी मंच साझा कर चुकी है. रागिनी मंच से भाषण भी देती है. रागिनी पुराने लीडरों की तरह भाषण देकर कार्यकर्ताओं में जोश भर रही है. झरिया, धनबाद, बोकारो, केंदुआ में की सभा में रागिनी ने अपनी भाषण से छाप छोड़ने में सफल रही है. [caption id="attachment_32585" align="alignleft" width="225"] चासनाला में साजन सिंह के घर जनसंपर्क में रागिनी[/caption] बीजेपी ज्वाइन करने व लगातार पार्टी का प्रचार करने से रागिनी सोशल मीडिया में भी छायी हुई है. जेल में बंद संजीव ने अपने करीबी पोलिकल गुरु की मदद से रागिनी को बीजेपी ज्वाइन करा विरोधियों को बड़ा झटका दे दिया है. संजीव ने एक तीर से दो शिकार किया है. संजीव विरोधी खेमा दो साल से बीजेपी में ज्वाइन कर झरिया से चुनाव लड़ने की कोशिश में था. बीजेपी के तीन-तीन एमपी व स्टेट के एक मिनिस्टर संजीव विरोधी खेमा के लिए लगे हुए थे. संजीव के अनुज सिद्धार्थ गौतम के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय कूदने से विरोधी खेमा ज्यादा सक्रिय होकर फायदा उठाना चाह रहा था. संजीव के पोलिटिकल मददगार जियाडा डायरेक्टर ने पार्टी नेताओं को कोयलांचल की राजनीतिक समीकरण समझाने में सफल रहे. बीजेपी के संगठन से जुड़े दिल्ली के एक बड़े नेता भी संजीव को साथ रखने के हिमायती थे. सीएम को कोयलांचल की वर्तमान राजनीति से अवगत करा रागिनी को बीजेपी में ज्वाइन कराने की योजना बनी. अचानक रागिनी को बीजेपी में ज्वाइन करा संजीव अपने राजनीतिक व अन्य विरोधियों को बड़ा झटका दे दिया है. पार्टी को रागिनी को बीजेपी में ज्वाइन कराने का असर भी देखने को मिल रहा है. पार्टी में रागिनी को चुनाव के बाद संगठन में महत्वपूर्ण पद देने की योजना है.