धनबाद: पर्यावरण संरक्षण के लिए बनाया जायेगा ग्रीन धनबाद फंड :डीसी, जल शक्ति अभियान के अंतर्गत विभिन्न एजेंसियों द्वारा की जा रही गतिविधियों के अनुश्रवण हेतु बैठक

  • डीसी ने कहा:
  • हर बिल्डिंग में हो रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
  • पानी बचाना हमारा संयुक्त दायित्व
  • पौधे से करे बायो फेंसिंग
  • पानी का दोहन करने वाले पौधे ना लगायें
धनबाद: जल शक्ति अभियान के अंतर्गत की जा रही गतिविधियों के अनुश्रवण हेतु मंगलवार को जिला परिषद के सभागार में डीसी अमित कुमार की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गयी. बैठक में डीसी ने धनबाद बिल्डर एसोसिएशन को निर्देश दिया कि उनके द्वारा निर्मित सभी पुराने बिल्डिंग में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम सुनिश्चित करें. डीसी ने कहा कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य जुलाई माह में संपन्न करें. अगस्त माह से सघन जांच अभियान चलाया जायेगा. उन्होंने कहा कि बड़े बड़े भवनों का निर्माण किया जाता है. यहां पानी भी अधिक खर्च होता है. अपार्टमेंट में रेन वाटर हार्वेस्टिंग होने से समाज में एक अच्छा संदेश जायेगा. पानी बचाना हमारा संयुक्त दायित्व है. उन्होंने कहा कि स्कूल, सामुदायिक भवन, खेत इत्यादि में जहां बाउंड्री वॉल नहीं है वहां पौधे लगाकर बायो फेंसिंग करें.पौधे का चयन करने में सभी सतर्कता बरतें. वैसे पौधे ना लगाएं जो भूजल का दोहन करते हो.धनबाद के पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए ग्रीन धनबाद फंड बनाया जायेगा.इसमें बीसीसीएल, टाटा, एमपीएल, एससीसी, सेल एवं स्थानीय नागरिक भी राशि देकर सहयोग प्रदान करें. इस फंड से प्राप्त राशि को ग्राम सभा स्तर पर पौधे वितरित करने में उपयोग किया जायेगा. [caption id="attachment_35433" align="alignnone" width="300"] बैठक में विभिन्न एजेंसियों के प्रतिनिधि.[/caption] बैठक में जल शक्ति अभियान के नोडल पदाधिकारी श्री आनंद शेरखानी ने कहा कि धनबाद, बाघमारा, झरिया तथा तोपचांची प्रखंड को रैन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए प्रमुख रूप से चुना गया है.उन्होंने बीसीसीएल को निर्देश दिया कि वैसी जमीन जहां कोयले की खुदाई हो चुकी है वहां पौधारोपण का कार्य करें. उन्होंने बीसीसीएल अफसर से पूछा कि 43 हजार हेक्टेयर जमीन में से कितनी जमीन पर प्लांटेशन करेंगे. इसकी कार्ययोजना बतायें और कम से कम 28 लाख पौधे लगाने का निर्देश दिया. साथ ही सभी भवनों और कॉलोनियों में वर्षा जल संरक्षण की व्यवस्था करने को कहा.श्री शेरखानी में सभी से आह्वान किया कि हमे केवल पौधारोपण नहीं करना है. हमें उस पेड़ को बचाना भी है. उन्होंने कहा कि बीसीसीएल प्रत्येक परिवार को एक फलदार पौधा दे. बिल्डर एसोसिएशन से भी तन मन धन से इस अभियान में शामिल होने की अपील की। मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा कि जल शक्ति अभियान के नोडल पदाधिकारी श्री आनंद शेरखानी की बातों को हमें गंभीरता से लेना है. अभी धनबाद में बहुत सारे पौधारोपण की आवश्यकता है. हर्ल को भी इस अभियान में शामिल किया जायेगा. उन्होंने बिल्डर एसोसिएशन से रेन वाटर हार्वेस्टिंग के निर्देश को गंभीरता से लेने की अपील की. अब ग्रीन धनबाद बनाने का समय आ गया है. डीसी शशि रंजन ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जिले में जल शक्ति अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायी.डीएफओ ने कहा कि धनबाद में वन भूमि एवं गैर वन भूमि पर वृहद पैमाने पर पौधारोपण किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि धनबाद में 900 हेक्टर प्राकृतिक वन भूमि में लगभग 200 पौधे प्रति हेक्टर लगाने का लक्ष्य है।.अभियान के अंतर्गत एक लाख 80 हजार पौधे लगाये जायेंगे. उन्होंने बताया कि गैर वन भूमि के बराकर एवं दामोदर नदी तट पर 10.69 किलोमीटर क्षेत्र में 64000 पौधे लगाये गये हैं. वहीं जमुनिया एवं दामोदर नदी के तट पर 45000 पौधे लगाने का लक्ष्य है.बैठक में अपर नगर आयुक्त ने बताया कि जल शक्ति अभियान के अंतर्गत 7 जुलाई से वृहद पैमाने पर नगर निगम द्वारा कार्य किया जा रहा है. वाटर हार्वेस्टिंग, झरिया, सिंदरी, कतरास, छाताटांड में कार्य जारी है. नगर निगम चरणबद्ध तरीके से प्रतिदिन पौधारोपण भी कर रहा है. बैठक में जल शक्ति अभियान की केंद्रीय टीम के नोडल अफसर आनंद शेरखानी, ब्लॉक नोडल अफसर कमलेश त्रिपाठी, तकनीकी पदाधिकारी विनय विद्यापति, डीसी अमित कुमार, मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल, डीडीसी शशि रंजन, डीएफओ विमल लकड़ा, एसी, एडीएम (सप्लाई),, अपर नगर आयुक्त, डीआरडीए डायरेक्टर, एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर), एसडीएम, बिल्डर एसोसिएशन के महासचिव अनिल सिंह, राजीव सहाय, राजेश सिंह, आलोक कुमार झा, संजय सिंह, अजय सिंह, बीसीसीएल, टाटा, एससीसी, सेल के प्रतिनिधि सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.