धनबाद: भौंरा में डस्ट पर पानी छिड़काव की मांग कर रहे ग्रामीणों पर एटी देवप्रभा आउटसोर्सिंग कंपनी की फायरिंग, तीन जख्मी, गुस्साये लोगों ने वाहनों में लगायी आग, पथराव, रोड जाम

  • आक्रोशित ग्रामीणों ने आउटसोर्सिंग कंपनी के वाहनों में आग लगायी
  • सिंदरी डीएसपी व पीसीआर वैन पर पथराव
  • सड़कों पर टायर जालकर रोड जाम किया
  • पुलिस ने सिचुयेशन कंट्रोल करने के लिए लाठी चार्ज की
[caption id="attachment_32061" align="alignleft" width="338"]  वाहनों में लगायी आग
[/caption] धनबाद: बीसीसीएल की ईस्टर्न झरिया एरिया के भौंरा चार नंबर में माइनिंग व ट्रांसपोर्टिंग में लगी आउटसोर्सिंग कंपनी एटी देवप्रभा ने सोमवार को रोड पर पानी छिड़काव की मांग करने गये गांव वालों पर अंधाधुंध फायरिंग की. लोगों पर दर्जनों राउंड गोलियां चलायी गयी. फायरिंग में तीन लोग जख्मी हो गये. गोली लगने से संजीत शर्मा नामक युवक गंभीर रुप से घायल हो गया. गोली संजीत के पीठ पर लगकर छाती होकर पार हो गयी. संजीत का पीएमसीएच में इलाज चल रहा है.घटना की सूचना पाकर रूरल एसपी अमन कुमार, एसडीएम राज महेश्वरम, सिंदरी डीएसपी प्रमोद केशरी, भौंरा, सुदामडीह, जोड़ापोखर समेत अन्य थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे.  गुस्साये लोगों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरु कर दी.  आउटसोर्सिंग कंपनी के कैंप में खड़ी वाहनों में आग लगा दी. सड़क जाम कर जगह-जगह टायर जालकर रोड जाम कर विरोध करने लगे. पुलिस ने लोगों  को कंट्रोल करने के लिए लाठीचार्ज की.  लोगों ने सिंदरी डीएसपी प्रमोद केशरी की स्कार्पियो व पीसीआर वैन में तोड़फोड़ की.
फायरिंग से भगदड़ मच गयी. फायरिंग से गुस्साये ग्रामीणों ने पत्थरबाजी व तोड़फोड़ शुरु कर दी. आउटसोर्सिंग कंपनी एटी देव प्रभा के दर्जन भर बड़ी वाहनों में आग लगा दी.
ग्रामीणों का आरोप है किआउटसोर्सिंग कंपनी की वाहनों के कारण सड़कों पर उड़ रही डस्ट व पोल्युशन से गांव के लोग परेशान हैं. गांव  के लोगों ने रोड पर पानी छिड़काव की मांग को लेकर  सुबह साढ़े सात बजे एटी देवप्रभा आउटसोर्सिंग कैंप के पास लोगों ने प्रदर्शन किया. ग्रामीण कंपनी मैनेजमेंट से जल्द पानी छिड़काव की मांग को लेकर कैंप में वार्ता करने पहुंचे. वार्ता में कंपनी के कर्मियों व ग्रामीणों के बीच विवाद हो गया. गांव वालों का आरोप है कि कंपनी के लोगों पर गाव वालों पर फायरिंग कर दी. फायिंरग होते ही लोग इधर-उधर भागने लगे. भाग रहे  30 वर्षीय संजीत शर्मा गोली लगने से जख्मी हो गया. संजीत के पीठ पर गोली लगी जो सीने को छेदते हुए बाहर निकल गयी. फायिंरग में दो अन्य लोग भी जख्मी हो गये. ग्रामीणों का कहना है कि एटी देवप्रभा आउटसोर्सिंग से होनेवाले प्रदूषण से काफी समय से परेशान हैं. ग्रामीण पोल्युशन पर रोक लगाने व रोड पर पानी छिड़काव की मांग को लेकर प्रदर्शन के बाद डायरेक्टर कुंभनाथ सिंह से मिलकर वार्ता करने गये थे. ग्रामीणों की पूरी बात सुने बिना ही कुंभनाथ सिंह गुस्सा गये. अपने स्टाफ व  गार्ड से लोगों को भगाने का आदेश दिया. इसके बाद उनलोगों ने फायरिंग शुरु कर दी. फायरिंग से वहां भगदड़ मच गयी. लोगों का कहना है कि आउटसोर्सिंग कर्मियों ने कहा कि डस्ट नहीं खाओगे तो गोली खाओ. पुलिस की सूचना आगजनी की घटना के बाद पहुंची फायर बिग्रेड की वाहनों को ग्रामीणों ने रास्ता रोक दिया. पुलिस के समझाने के बावजूद लोग अड़े रहे. पुलिस ने विरोध प्रर्दशन कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया. लाठीचार्ज के बाद स्थिति और बिगड़ गयी. लोग और आक्रोशित हो गये और पुलिस पर पथराव करने लगे.  रूरल एसपी मौके पर पहुंच लोगों का शांत कराया. [caption id="attachment_32060" align="alignright" width="390"] ग्रामीणों को तितर-बितर करने के लिए दो राउंड हवाई फायरिंग की[/caption] को रोड पर चलने से काफी धुलकण उड़ता है. पोल्युशन हो रहा है. पोल्युशन से गांव के लोगों का जानी मुहाल हो गया है. भौंरा चार नंबर के ग्रामीण पानी छिड़काव की मांग कर रहे थे. आउटसोर्सिंग मालिक के इशारे पर ग्रामीणों पर गार्ड ने फायरिंग शुरु कर दी. कंपनी के गार्ड ने 20-25 राउंड फायिंरग की जिसमें 30 वर्षीय संजीत शर्मा को तीन गोली लगी है. संजीत की हालत गंभीर बनी हुई है. आक्रोशित लोगों ने भौरा-झरिया मुख्य मार्ग पर भौरा अस्पताल मोड़, टैक्सी स्टैंड, परसियाबाद मोड़, भौरा बड़ा बंगला के अलावा भौरा बाजार सब्जी पट्टी में सड़क जाम कर सड़क पर टायर जलाकर विरोध करते रहे. पुलिस ने भौरा टैक्सी स्टैंड के पास पुलिस पर पथराव कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए दो राउंड हवाई फायरिंग की. पुलिस को भीड़ को हटाने व कंट्रोल करने लिए लाठीचार्ज भी करनी पड़ी. पुलिस लाठी चार्ज में एक युवक का सिर फट गया. एसपी ने आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ी को बुलवाया लेकिन ग्रामीण फायर ब्रिगेड की गाड़ी को कंपनी के अंदर जाने नहीं दे रहे थे. पुलिस की सख्ती के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी को कंपनी के अंदर ले जाकर वाहनों में लगी आग को बुझाया गया. देव प्रभा आउट सोर्सिंग कंपनी के बहुचर्चित एलबी सिंह (लाल बहादुर सिंह) की है. ग्रामीण एलबी व उनके भाई कुंभनाथ पर आरोप लगा रहे हैं. आउटसोर्सिंग कंपनी एटी देव प्रभा ग्रामीण के आरोप को इनकार रहे हैं. कंपनी ग्रामीण पर ही हिंसा फैलाने की बात कह रही है. बताया जाता है कि मामले में पुलिस की मदद से सारा दोष ग्रामीणों पर डालने की कोशिश की जा रही है. पोल्युशन की बात को गौन कर अगलगी व पत्थरबाजी को मुख्य मुद्दा बनाया जा रहा है.