धनबाद: कांग्रेस का कार्यकर्ता सम्मेलन सह विधानसभा चुनाव परिचर्चा में खूब चले व्यंग वाण

धनबाद: धनबाद जिला कांग्रेस की ओर से रविवार को बेकारबांध में एक दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन सह विधानसभा चुनाव पर परिचर्चा का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह व संचालन कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र वर्मा ने की. धन्यवाद ज्ञापन जिला कार्यकारी अध्यक्ष शंकर प्रजापति ने की. सम्मेलन में कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं ने धनबाद लोकसभा चुनाव में हार के लिए पार्टी प्रत्याशी कीर्ति आजाद, जिला एवं प्रदेश नेतृत्व को जिम्मेवार ठहराते हुए जमकर आलोचना की. अधिकांश नेताओं ने कहा कि अगर कीर्ति की जगह कोई दूसरा लोकल लीडर कैंडिडेट होता तो रिजल्ट कुछ और होता. नेताओं ने कहा कि वोटिंग के दिन 1600 से अधिक बूथों पर कांग्रेस का पोलिंग एजेंट तक नहीं था. कैंडिडेट कीर्ति आजाद कार्यकर्ताओं को सम्मान देने बजाय बेइज्जत करने में लगे रहे. कांग्रेस धनबाद में बीजेपी कैंडिडेट पीएन सिंह के खिलाफ माहौल को नहीं भुना नहीं पायी. विधानसभा चुनाव की तैयारी पर भी चर्चा करते हुए नेताओं ने लोकसभा की तरह विधानसभा चुनाव में अगर बाहरी कैंडिडेट उतारा गया तो पार्टी का बेरा गर्क होना है. विघानसभा चुनाव में लोकल लोगों को टिकट मिले. कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट जायें. कांग्रेस जिला में व्याप्त पानी-बिजली संकट के अलावा एयरपोर्ट नहीं बनाने को मुद्दा बनायेगी. जनता के बीच इन जन मुद्दों को ले जाने की रणनीति बनी. सम्मेलन में पार्टी नेताओं ने एकजुट होकर संगठन को मजबूत करने, विधानसभा चुनाव के लिए जमीन स्तर पर काम करने, पर बल दिया.बूथ लेवल पर कमेटी बनाने व पुराने कार्यकर्ताओं को सम्मान देने की मांग उठी. चुनाव में पैरासूट नेताओं को टिकट दिये जाने पर नेताओं ने नाराजगी जतायी. सम्मेलन में मंच पर एक विवादास्पद नेता की मौजूदगी की जमकर आलोचना हुई. कई सीनीयर नेता मंच के नीचे बैठे थे. एक विवादास्पद नेता अपनी आदत से मजबूर फोटो सेशन के लिए मंच पर शुरु से अंत से बैठे रहे. विधानसभा चुनाव में टिकट का सपना देख रहे इस नेता की मंच पर उपस्थिति से कार्यकर्ताओं में आक्रोश देखा गया. कार्यक्रम में एक्स मिनिस्टर मो. मन्नान मल्लिक, ददई दूबे, ओपी लाल, अजय कुमार दूबे, मयूर शेखर झा, विजय कुमार सिंह, रणविजय सिंह आदि नेता नहीं पहुंचे थे. भाषण के दौरान टीका-टिप्पणी से हंगामा हुआ, लेकिन उसे तुरंत शांत कराया जाता रहा. सम्मेलन में एक्स मिनिस्टर जलेश्वर महतो, अजब लाल शर्मा, शंकर प्रजापति, सुलतान अहमद, मदन महतो, शमशेर आलम, योगेंद्र सिंह योगी, कुमार गौरव उर्फ सोनू सिंह, दुर्गा दास,एके झा, सुरेश चंद्र झा, अशोक कुमार सिंह, अभिषेक सिंह, वैभव सिन्हा, अनवर शमीम, बाबू अंसारी, राजू दास,बबलू दास, दिनेश सिंह, मनोज यादव, सुंदर यादव, भोला राम,किरिटि भूषण रूज, अनिल साव, मनोज सिंह, मुख्तार खान,कुमार संभव सिंह,, नवीन सिंह,प्रीतम रवानी, विवेकानंद चौधरी, शशि भूषण तिवारी, रामप्रीत यादव, शकील अहमद, माला झा, अजय कुमार, संजय सिंह चौधरी, राजीव रंजन चौबे, अक्ष्यवर प्रसाद समेत अन्य मौजूद थे.