दिल्ली की एक्स सीएम शीला दीक्षित का निधन, प्रसिडेंट, पीएम, लोकसभा अध्यक्ष, एक्स प्रसिडेंट, एक्स पीएम, सोनिया, राहुल, राजनाथ समेत समेत दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि

  • दिल्ली में गर्वमेंट ने दो दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की
  • अंतिम संस्कार आज ढाई बजे निगम बोध घाट पर होगा
  नई दिल्ली: दिल्ली की एक्स सीएम व दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष शीला दीक्षित का शनिवार को एस्कॉर्ट हॉस्पीटल में निधन हो गया.  81 वर्षीय शीला दीक्षित बीमार थीं. वह 15 साल तक राजधानी दिल्ली की सीएम रही थी. दिल की बीमारी के चलते उनका निधन हुआ है. शीला दीक्षित के नाम सबसे ज्यादा समय तक दिल्ली की सीएम रहने का रिकॉर्ड है.कांग्रेस पार्टी दिल्ली के आगामी विधानसभा चुनावों में शीला दीक्षित को सीएम के चेहरे के तौर पर उतारने की तैयारी में थी. दिल्ली में कांग्रेस की गर्वमेंट जाने के बाद वह केरल की गर्वनर बनायी गयी थी. शीला को कांग्रेस ने यूपी विधानसभा चुनाव में उन्हें सीएम प्रोजेक्ट कर चुनाव लड़ा था. शीला हमेशा से गांधी-नेहरू परिवार का करीबी रही है. उल्लेखनीय है कि सेहत खराब होने के बाद शीला दीक्षित को  एस्‍कॉर्ट अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था. पेसमेकर के ठीक से काम न करने पर शनिवार सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें आईसीयू में रखा गया था.लगभग दस दिन के इलाज के बाद सोमवार को ही वह अस्पताल से वापस घर लौटी थी.दिल्ली गर्वमेंट ने एक्स  सीएम शीला दीक्षित के सम्मान में दो दिनों का राजकीय शोक घोषित करने का निर्णय लिया है. एक्स सीएम का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा. शीला दीक्षित का अंतिम संस्कार कल दिल्ली के निगम बोध घाट पर किया जायेगा. उनके पार्थिव शरीर कों निजामुद्दीन स्थित आवास पर कल सुबह 11.30 बजे तक अंतिम दर्शन के लिए रखा जायेगा. इसके बाद दोपहर 12 बजे उनका पार्थिव शरीर कांग्रेस ऑफिस  ले जाया जायेगा,जहां कांग्रेस नेता सहित अन्य लोग उन्हें श्रद्धांजलि देंगे.उनका अंतिम संस्कार रविवार को दोपहर 2:30 निगम बोध घाट पर होगा. हॉस्पीटल से शीला दीक्षित का  पार्थिव शरीर को एम्बुलेंस से निजामुद्दीन स्थित उनके आवास पर ले जाया गया. शीला को घर पर श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा रहा.  पीएम नरेंद्र मोदी, यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी. एक्स प्रसिडेंट प्रवण मुखर्जी, एक्स पीएम डा मनमोहन सिंह,लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह, बीजेपी लीडर मनोज तिवारी, विजय गोयल, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, कांग्रेस लीडर ज्योतिरादित्य सिंधिया,अहमद पटेल, समेत तमाम नेता उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे. अभिनेत्री शर्मिला टैगोर व एक्स सेंट्रल मिनिस्टर यशवंत सिंह ने शीला दीक्षित को उनके आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी. [caption id="attachment_35784" align="alignnone" width="300"] श्रद्धांजलि देते पीएम.[/caption] पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति ने दी श्रद्धांजलि पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शीला दीक्षित ने निधन पर दुख जाहिर किया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘शीला दीक्षित जी के निधन से बेहद दुखी हूं. वह मिलनसार व्यक्तित्व की धनी थीं. दिल्ली के विकास के लिए उन्होंने अभूतपूर्व कार्य किये.उनके परिवार और समर्थकों को मेरी सांत्वना. ओम शांति.’ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शीला दीक्षित के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘दिल्ली की पूर्व सीएम और सीनियर नेता शीला दीक्षित के निधन की खबर से दुखी हूं. उनका कार्यकाल दिल्ली में बदलाव का दौर था, जिसके लिए उन्हें याद किया जायेगा.उनके परिवार और साथियों के प्रति संवेदनाएं.’ [caption id="attachment_35786" align="alignnone" width="300"] एक्स प्रसिडेंट प्रणव मुखर्जी.[/caption] पीएम मोदी ने शीला दीक्षित के आवास पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा 'राजनीति में प्रवेश करने से पहले से ही मैं उन्हें (शीला दीक्षित) जानता था, यह राष्ट्र के लिए एक बड़ी क्षति है, हमने एक योग्य प्रशासक और एक अच्छा नेता खो दिया है .एक्स पीएम डा मनमोहन सिंह ने कहा 'यह देश और कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत बड़ी क्षति है. दिल्ली ने एक उत्कृष्ट नेता और प्रशासक खो दिया है, जिसने पूरे राज्य को बदल दिया है. देश और दिल्ली के परिवर्तन की दिशा में उनके योगदान को लंबे समय तक याद रखेगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा 'शीला जी को हमारे राष्ट्र के सबसे अनुभवी राजनेताओं में गिना जाता है. उनका राजनीतिक जीवन बेदाग था, मैं उन्हें  श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा 'शीला दीक्षित जी मां जैसी थीं, सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में दिल्ली और देश के विकास के लिए उन्होंने काफी अहम योगदान दिया. उनके निधन पर पूरा देश दुखी है. [caption id="attachment_35787" align="alignnone" width="300"] यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी.[/caption] दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा 'शीला दीक्षित जी को लोग बहुत याद करेंगे, उन्होंने दिल्ली के लिए बहुत काम किया था. भले ही हम अलग-अलग पार्टियों से थे, जब भी मैं उनसे मिला, उन्होंने बहुत प्यार दिखाया. मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति और उनके परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि शीला दीक्षित का रविवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जायेगा.पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने कहा, 'शीला दीक्षित के निधन की खबर सुनकर काफी दुख हुआ. गृह मंत्री के रूप में मेरे कार्यकाल के दौरान, शीला दिल्ली की मुख्यमंत्री थीं. हमने बहुत गर्मजोशी और सौहार्दपूर्ण तरीके से काम किए. एक सक्षम प्रशासक के तौर पर उनका दिल्ली के विकास में बहुत बड़ा योगदान था. उन्हें एक बेहतरीन इंसान के रूप में याद रखा जायेगा.उनके परिवार के सभी सदस्यों के प्रति मेरी संवेदना। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें.'शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने कहा 'मेरी मां का निधन हो गया, यह स्वाभाविक है कि मैं उन्हें याद करूंगा. मां को खोने का दर्द मिटाया नहीं जा सकता. जब भी लोग एक विकसित और बढ़ती दिल्ली की बात करेंगे, शीला जी का नाम याद किया जायेगा. कांग्रेस की प्यारी बेटी थीं शीला: राहुल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए शीला दीक्षित को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने लिखा, 'शीला जी के निधन की खबर से मैं बेहद दुखी हैं. वह कांग्रेस की एक प्यारी बेटी थीं, जिनसे व्यक्तिगत तौर पर मेरे संबंध थे. उनके परिवार और दिल्ली के नागरिकों के प्रति मैं संवेदना व्यक्ति करता हूं.' याद रखा जाएगा योगदान,गडकरी का ट्वीट, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, 'दिल्ली की एक्स सीएम शीला दीक्षित जी के देहांत की खबर सुनकर व्यथित हूं. दिल्ली के विकास में उनका योगदान हमेशा याद रखा जायेगा.उनके परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. भगवान शीला जी की दिवंगत आत्मा को शांति दे. ॐ शांतिः' एमपी व  दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि  कि मैं हाल ही में उनसे मिला था, यह बहुत बड़ा झटका है. मुझे याद है कि कैसे उन्होंने एक मां की तरह मेरा स्वागत किया था. दिल्ली के उनकी याद आयेगी. भगवान उनके परिवार और उनके करीबी लोगों को इस नुकसान को सहन करने की शक्ति दें. दिल्ली के एक्स मिनिस्टर व एक्स एमपी महाबल मिश्रा ने शीला दीक्षित को श्रद्धांजलि देते हुए कहा उनके निधन से हुए नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती. दिल्ली के राजनीतिक इतिहास में सबसे लंबे समय तक सीएम रहने का रिकार्ड शीला दीक्षित के नेतृत्व में ही कांग्रेस ने लगातार तीन पर दिल्ली में सरकार बनाई और वह साल 1998 से 2013 तक लगातार तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं. दिल्ली के राजनीतिक इतिहास में वह अब तक की सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहीं. उनका कार्यकाल 15 साल चला और साल 2013 में आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल से खुद चुनाव हारने और दिल्ली की सत्ता गंवाने के बाद वह मुख्यमंत्री पद से हटीं थी. इसके बाद मार्च 2014 में शीला दीक्षित को केरल का राज्‍यपाल बनाया गया था. हालांकि, इसके बाद इन्‍होंने 25 अगस्‍त, 2014 को उन्‍होंने राज्‍यपाल के पद से इस्‍तीफा दे दिया था. बदला दिल्ली का चेहरा शीला दीक्षित के कार्यकाल में ही देश की राजधानी दिल्ली का चेहरा बदला.दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स भी आयोजित हुए थे.उनके कार्यकाल में दिल्ली को विश्वस्तरीय मेट्रो रेल का तोहफा भी मिला. दिल्ली में दर्जनों फ्लाइओवर बने और दिल्ली की परिवहन व्यवस्था सुधरी. शीला के कार्यकाल में दिल्ली में आधुनिक मेट्रो सेवा की शुरुआत हुई थी. वर्ष 2002 में शाहदरा-तीस हजारी के बीच दिल्ली की पहली मेट्रो सेवा चली थी.इसके बाद से दिल्ली में मेट्रो ट्रैफिक का सबसे बड़ा और मॉडर्न साधन बन चुकी है. शीला दीक्षित के सीएम कार्यकाल में दिल्ली मेट्रो के फेज-1 औऱ फेज-2 का काम पूरा हुआ, रिंग रोड मेट्रो और तीसरे फेज के लिए प्रस्ताव को मंजूरी मिली। उनके कार्यकाल में ही राजधानी के एक बड़े हिस्से तक मेट्रो की पहुंच हुई.उनके कार्यकाल में ही सीएनजी की शुरुआत की गई थी. डीजल और पेट्रोल से चलने वाली गाड़ियों की जगह सीएनजी से चलने वाली बसें और ऑटो ने दिल्ली को क्लीन एनर्जी के रास्ते पर आगे बढ़ाया. 2009 में शीला दीक्षित ने दिल्ली में लो-फ्लोर बसों की शुरुआत की. 2010 में शीला दीक्षित की सरकार ने दिल्ली में पहली बार सीएनजी हाइब्रिड बसों की शुरुआत की.  शीला के कार्यकाल में सड़कों और फ्लाईओवर्स का जाल बनाकर परिवहन और यातायात की सुविधाओं का विकास किया. इससे राजधानी में ट्रैफिक जाम की समस्या कम हुई। इसके बाद मुनिरका, आईजीआई एयरपोर्ट, अक्षरधाम, धौलाकुआं जैसी ज्यादा ट्रैफिक वाली जगहों पर फ्लाईओवर का जाल बनवाकर ट्रैफिक को नियत्रित किया और जाम घटाया.शीला का जन्म 31 मार्च, 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था.शीला दीक्षित की शादी शादी पश्चिम बंगाल के राज्यपाल उमा शंकर दीक्षित के बेटे IAS विनोद दीक्षित के साथ हुई थी. वर्ष 1962 में शीला दीक्षित और विनोद दीक्षित ने एक दूसरे के साथ पावन परिणय बंधन में बंधे थे. शादी के बाद शीला राजनीतिक करियर शुरू हुआ.  इनके ससुर उमाशंकर दीक्षित ही इन्‍हें राजनीति में लेकर आये.  शीला दीक्षित ने कन्‍नौज लोकसभा का चुनाव लड़ा। कन्‍नौज से सांसद बनने बाद वह दिल्‍ली आयी. दिल्ली में बजा डंका शीला दीक्षित ने जब दिल्‍ली में कदम रखा तब वह भी यह नहीं जानती थीं कि दिल्‍ली से उनका इतना गहरा रिश्‍ता बना जायेगा. शीला दीक्षित दिल्‍ली ही नहीं पूरे देश में कांग्रेस का जाना माना चेहरा बन गयी थी. दिल्‍ली में विधानसभा चुनाव में शीला दीक्षित ने कांग्रेस का काफी मजबूत किया और वह लगातार 15 साल दिल्‍ली की कुर्सी पर अपनी दमदार उपस्‍थिति दर्ज कराने में सफल रहीं. शीला 1998 से 2013 तक लगातार 15 सालों तक दिल्ली की मुख्यमंत्री के पद पर रहीं। हालांकि इसके बाद कांग्रेस ने उन्‍हें 2014 में उन्हें केरल का राज्यपाल बनाया दिया मगर इस पद पर वह ज्‍यादा दिन तक नहीं रह सकीं। अगस्त, 2014 में उन्होंने इस पद से इस्तीफ़ा दे दिया था. शीला अपने अंतिम दिनों तक कांग्रेस को दिल्ली में जिंदा करने में जुटी रहीं. शीला को उनके मधुर व्यवहार और विकास के लिए जाना जाता था. उन्हें दिल्ली की राजनीति का अजातशत्रु कहा जा सकता है, जिनके राजनीतिक विरोधी थे, लेकिन दुश्मन कोई नहीं। लोकसभा चुनाव में उनके मुकाबले लड़ने वाले मनोज तिवारी जीत के बाद उनसे आशीर्वाद लेने पहुंचे थे. यही नहीं भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के रास्ते दिल्ली की सत्ता में पहुंचने वाले अरविंद केजरीवाल से भी उनके निजी जीवन में अच्छे संबंध थे. शीला के पति की एक कार एक्सिडेंट में कई साल पहले मौत हो गई थी. परिवार में उनके एक बेटे एक्स एमपी संदीप दीक्षित और बेटी लतिका दीक्षित हैं, जिन्हें उन्होंने सिंगल मदर के रूप में बड़ा किया. यूपी के कन्नौज लोकसभा सीट से कांग्रेस की प्रतिनिधि चुनकर आईं. राजीव गांधी मंत्रिमंडल में उन्हें पहले संसदीय कार्य राज्य मंत्री और फिर पीएमओ में राज्य मंत्री बनाया गया.