पटना:सीएम नीतीश ने तीर चलाकर रावण का पुतला जलाया,रावण दहन समारोह में नहीं पहुंचे कोई बीजेपी लीडर

पटना: विजयादशमी के मौके पर गांधी मैदान में सीम नीतीश कुमार ने तीर चलाकर रावण का पुतला दहन किया. कुंभकर्ण और मेघनाद का भी दहन किया गया. इससे पहले गांधी मैदान में रामलीला की गई. रावण वध से पहले सीएम ने श्रीराम और सीता का पूजन किया. समारोह में विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, स्टेट कांग्रेस प्रसिडेंट मदन मोहन झा समेत अन्य मौजूद थे.कार्यक्रम में उद्घाटनकर्ता गर्वनर फागू चैहान तथा डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी नहीं पहुंचे.बीजेपी का कोई लीडर इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ.डिप्टी सीएम सुशील मोदी के लिए लगी कुर्सी खाली रह गयी.समारोह के आयोजक कमल नोपाली ने भी कहा है कि हमने राज्यपाल से लेकर बीजेपी के सभी नेताओं को कार्यक्रम में शामिल होने का न्यौता दिया था. उल्लेखनीय है कि गांधी मैदान में 63 वर्षों से रावण दहन का कार्यक्रम हो रहा है, जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग जुटते हैं. रावण वध से पहले गांधी मैदान में रामलीला के कुछ हिस्से का मंचन हुआ. यहां भगवान हनुमान में लंका दहन किया. इससे पहले सीएम नीतीश कुमार ने भगवान राम और लक्ष्मण की आरती उतारी और माला पहनाकर उनका स्वागत किया. नीतीश कुमार ने तीर चलाकर रावण का पुतला जलाया. इसके साथ ही पूरा मैदान जयश्रीराम से उद्घोष से गूंज उठा. गांधी मैदान में रावण का 75 फीट का पुतला बनाया गया. कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतले भी क्रमश: 70 फीट और 65 फीट के थे.कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भगवान राम की सेना यूथ हॉस्टल से लगभग साढ़े चार बजे निकली.गांधी मैदान में ही अशोक वाटिका बनाई गई थी. कार्यक्रम में रामायण के विभिन्न प्रसंगों (लंका दहन, मेघनाद व कुंभकर्ण वध आदि के दृश्य) की झांकियां दिखाई गईं. रसियन कलाकारों ने दी भजन की प्रस्तुति रावण वध समारोह के दौरान गांधी मैदान में इस वर्ष रूस के कलाकारों ने भजन प्रस्तुत किया.बक्सर से आये कलाकारों ने पटना युवा आवास से एक भव्य झांकी गांधी निकाली. सादगी से मना बिहार में बाढ़ व पटना में जलजमाव से हुई परेशानी के चलते इस बार रावण दहन कार्यक्रम सादगी से मनाया गया. गांधी मैदान में भी जलजमाव हुआ था, जिसके चलते मैदान में नमी थी. नमी के चलते सोमवार को रावण का पुतला पहले झुका फिर रात में गिर गया. देर रात पुतले को फिर से खड़ा किया गया था. बुराई के प्रतीक रावण और उसके बेटे और भाई को जलता देखने के लिए आज भी लाखों की संख्या में लोग गांधी मैदान पहुंचे. गांधी मैदान लोगों से भर गया था. बीजेपी-जेडीयू में मतभेद? गांधी मैदान में रावण दहन के इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी भी शामिल नहीं हुए. हालांकि सुशील मोदी पटना में नहीं थे और मंगलवार देर रात वे पटना लौटे. उल्लेखनीय है पटना में भीषण बाढ़ को लेकर नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और बीजेपी के बीच मतभेद गहरा गए हैं. दोनों पार्टियों की ओर से विरोधी बयान दिए जा रहे हैं. रावण दहन कार्यक्रम में बीजेपी के नेताओं के नहीं आने से इल कयास को बल मिल रहा है. जेडीयू के पूर्व प्रवक्ता डॉ अजय आलोक ने ट्वीट कर इसको लेकर बीजेपी पर तंज कसा है.आलोक ने पूछा कि क्या हो गया भाजपा? कोई गांधी मैदान में रावण वध में नहीं आया? रावण वध नहीं करना था क्या?