धनबाद:Ranjay Murder Case में डिप्टी मेयर के मौसेरे भाई हर्ष सिंह पर चार्ज फ्रेम, कानूनी शिकंजा कसा

धनबाद:बीजेपी के झरिया एमएलए संजीव सिंह के खासमखास रहे रंजय सिंह मर्डर केस में डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह के मौसेरे भाई हर्ष सिंह पर मर्डर व अटेप्ट टू मर्डर की साजिश रचने का आरोप तय (चार्ज फ्रेेम) हो गया. जिला एवं सत्र न्यायाधीश संजय कुमार की कोर्ट में हर्ष ने अपने ऊपर लगे आरोप से इंकार करते हुए खुद को निर्दोष बताया. यह भी पढ़ें: रंजय मर्डर के रिवेंज में की गयी थी नीरज की मर्डर [caption id="attachment_41333" align="alignnone" width="259"] रंजय सिंह (फाइल फोटो).[/caption] यह भी पढ़ें: रंजय मर्डर केस में नाम आते डिप्टी मेयर का कजन हर्ष हुआ अंडरग्राउंड कोर्ट ने एपीपी वीरेन्द्र कुमार को गवाह पेश करने का निर्देश देते हुए अगली तारीख निर्धारित कर दी. हर्ष सिंह की ओर से अधिवक्ता समर श्रीवास्तव, दिलीप सिंह व सिद्धार्थ शर्मा ने आवेदन देकर कहा कि उन्होंने 25 सितंबर को पारित इस कोर्ट के आदेश को हाई कोर्ट में रीविजन दायर कर चुनौती दी है. लिहाजा आज आरोप तय नहीं किया जाए. कोर्ट ने बचाव पक्ष की दलील को खारिज करते हुए हर्ष के खिलाफ आरोप तय कर दिया. हर्ष सुनवाई के दौरान कोर्ट में हाजिर थे. मामलेके मुख्य अभियुक्त नंद कुमार सिंह उर्फ बबलू सिंह उर्फ रूना सिंह उर्फ बबलू मामा को बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल होटवार से वीडियो कांफ्रेंसिंग से कोर्ट में पेश किया गया. यह भी पढ़े: धनबाद: एक साल छह माह बाद हुआ रंजय मर्डर केस का खुलासा पुलिस की ओर से कोर्ट को सौंपे गये चार्जशीट में दावा किया था कि रंजय की मर्डर के लिए हर्ष ने मामा व चंदन शर्मा को पिस्टल व मैग्जीन उपलब्ध कराया था. रंजय की मर्डर के बाद मामा ने गमछे में लपेटकर पिस्टल रघुकुल के बाहर बैठे गार्ड हरेंद्र सिंह को दिया था. पुलिस ने हत्या का कारण घटना के दस दिन पहले रंजय व हर्ष के बीच हुई गाली गलौज व रंजय द्वारा हर्ष पर पिस्टल टान देने का विवाद बताया है. यह भी पढ़ें: हर्ष ने किया कनफेस, मामा से करायी थी एमएलए संजीव के खासमखास रंजय की मर्डर, रघुकुल एंड कंपनी को मिली क्लीन चीट फ्लैश बैक रंजय सिंह की हत्या बिग बाजार के सामने चाणक्य नगर मोड़ पर वर्ष 2017 की 29 जनवरी की शाम कर दी गई थी. रंजय स्कूटी से सिंह मेंशन लौट रहा था. बािक सवार शूटरों ने रंजय को गोलियों से भून दिया था. रंजय के साथ स्कूटी पर पीछे बैठा हुआ राजा यादव बाल-बाल बचा गया था. राजा ही इस मर्डर केस का एकमात्र आई विटनेस है. राजा ने टीआइ परेड में मामा की पहचान की है. राजा ने मर्डर के बाद फोटो से मामा को पहचाना था. ह भी पढ़ें: रंजय मर्डर केस में हर्ष को हाइकोर्ट से मिली बेल