झारखंड:चाईबासा पुलिस ने माओवादी संगठन के एक्टिव मेंबर ठाकुरा गागराई को दबोचा

  •  बनरागढ़ा वन ग्राम की पहाड़ियों में छिपकर बैठा था माओवादी रामसिंह गागराई
रांची। चाईबासा (पश्चिमी सिंहभूम) पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे ऑपरेशन के दौरान महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। पुलिस ने कराईकेला पुलिस स्टेशन के बनरागढ़ा वन ग्राम की पहाड़ियों में छिपकर बैठे माओवादी संगठन के एक्टिव मेंबर ठाकुरा गागराई उर्फ रामसिंह गागराई को अरेस्ट किया है।पुलिस पूछताछ में ठाकुरा से एरिया सक्रिय जीवन कंडुलना व सुरेश मुंडा के माओवादी दस्ते के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। चाईबासा एसपी इंद्रजीत माहथा शनिवार को प्रेस कांफेस कर माओवादी को अरेस्ट किये जाने की जानकारी दी। एसपी ने बताया कि माओवादी संगठन के सदस्यों की कराईकेला के बनरागढ़ा वनग्राम की पहाड़ियों में छुपे होने की गुप्त सूचना मिली थी।सूचना के सत्यापन के लिए सीआरपीएफ 60 बटालियन के कमांडेंट के साथ मिलकर एक छापामारी दल का गठन किया गया। द्वितीय कमान अधिकारी राजू डी. नायक, एएसपी प्रणव आनंद झा, एसडीपीओ नाथु सिंह मीणा, सहायक कमांडेंट धीरेंद्र पाठक, सोनुवा थाना प्रभारी कुलदीप कुमार व आर्म्स गार्ड शामिल थे। उग्रवादियों के विरुद्ध विशेष छापामारी अभियान में पापरीदा, कुरजुली, जोजोड़ा, बनरागढ़ा आदि क्षेत्र में पहुंचे। बनरागढ़ा के पहाड़ी पर पहुंचने पर पुलिस बल को देखकर एक व्यक्ति भागने लगा।पुलिस बल ने पीछा कर उसे दबोच लिया। पूछताछ करने पर उसने अपना नाम ठाकुर गागराई उर्फ रामसिंह गागराई कराईकेला के इंद्रवा गांव का रहने वाला बताया। वह  जीवन कंडुलना, सुरेश मुंडा तथा अन्य माओवादी दस्ता के द्वारा दिये गये निर्देश पर पुलिस की गतिविधियों की निगरानी कर रहा था।एसपी ने बताया कि ठाकुरा चक्रधरपुर सबडिवीजन एरिया 11 उग्रवादी कांडों में संलिप्त रहा है। पोड़ाहाट के समीप विकास कार्य रोकने के लिए 28 फरवरी को मशीन में आग लगाने के प्रयास में उसकी संलिप्तता थी। यह नक्सली संगठन के लिए लेवी वसूलने का भी काम करता था।