बोकारो: बोकारो के लाल आर्मी के जेसीओ प्रवीण की जम्मू-कश्मीर के लेह में हादसे में मौत

बोकारो: बोकारो सेक्टर चार ए निवासी बाल्मिकी शर्मा व मां देमयंती देवी के पुत्र आर्मी के जेसीओ प्रवीण कुमार की जम्मू-कश्मीर के लेह में हादसे में मौत हो गयी है. प्रवीण गुरुवार को जिप्सी से लेह में सेना के किसी ऑपरेशन का अंजाम देने जा रहे थे. सियाचिन ग्लेशियर में शामिल होने वाली टीम की प्रवीन अगुवाई कर रहे थे. जिप्सी दुघर्टनाग्रस्त हुई और वाहन में आगे बैठे प्रवीन के सर में गंभीर चोट लगी और वे शहीद हो गये. बाल्मिकी शर्मा वर्ष 2011 के अक्टूबर में बोकारो जेनरल हॉस्पीटल में चीफ फार्मासिस्ट पोस्ट से रिटायर्ड हुए हैं. परिजनों को प्रवीण के शहादत की सूचना कल ही मिल गयी थी. चास एसडीओ हेमा प्रसाद वसिटी, डीएसपी ज्ञान रंजन शुक्रवार को प्रवीण के घर पहुंचकर पिता को उसके शहादत की आधिकारिक तौर पर जानकारी दी. दो भाइयों में सबसे बड़े प्रवीन 1993 में रांची बीआरओ से सेना में भर्ती हुए थे. आर्मी अफसर प्रवीण की 157 लाइट एडी बटालियन में तैनाती थी. जोधपुर से ट्रांसफर के बाद प्रवीण ने पंद्रह दिन पहले लेह में योगदान दिया था. प्रीवण की वाइफ शीलू दसवीं में पढ़ने वाली पुत्री मुस्कान व सातवीं में पढ़ने वाले पुत्र प्रियांसू के साथ जोधपुर में ही रह रही हैं. प्रवीण कीसबसे बड़ी बेटी शालिनी अपने दादा के यहां बोकारो में रहकर इस बार 12 वीं की एग्जाम दी थी. बाल्मिकी शर्मा व मां देमयंती देवी मूलत: बिहार के जहानाबाद भारथु के रहने वाले हैं. प्रवीन का पार्थिव शरीर शुक्रवार की शाम रांची पहुंचेगा जहं से बोकारो आवास पर लाया जायेगा. गरगा शमशान घाट अंतिम संस्कार किया जायेगा. जेसीओ प्रवीन बोकारो में रहकर पढ़ाई कर रही अपनी बड़ी बेटी शालिनी को आर्मी ऑफिसर बनाना चाहते थे. पिता से बेटी की टेलीफोन पर बीते 27 मई को बात हुई थी. जोधपुर में ही वह बड़ी बेटी का एडमिशन क्लीनिकल डाइटिसियन का कोर्स कराने के लिए नामांकन कराने की तैयारी में थे.प्रवीण ने बेटी को यह बात बीते 27 मई को फोन कर बताया था.