बोकारो:कसमार में भूखल घासी की भूख से मौत बाद एक्शन में प्रशासन, खाद्य आपूर्ति सेकरेटरी,डीसी पहुंचे करमा गांव

बोकारो। कसमार ब्लॉक के करमा (शंकरडीह) गांव निवासी भूखल घासी (उम्र 42 वर्ष) की भूख से मौत का मामला सामने आने के बाद शनिवार को गवर्नमेंट व प्रशासन एक्शन मोड में आ गया। खाद्य आपूर्ति विभाग के सचिव अरुण सिंह, विभागीय निदेशक डायरेक्टर संजय कुमार, बोकारो डीसी मुकेश कुमार, एमएलए डॉ लंबोदर महतो, जिला आपूर्ति पदाधिकारी भगेंद्र ठाकुर, बेरमो एसडीओ प्रेम रंजन, बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा, सीओ राजीव कुमार, एमओ एसएन पाठक, एमओ डॉ नवाब समेत कई अफसर मृतक भूखल के घर पहुंचे। प्रशासन की ओर से मृतक के परिजनों को तत्काल कई सरकारी सहायता उपलब्ध करायी गयी। खाद्य सचिव व डीसी ने अफसरों को फटकार लगायी। सचिव ने पीड़ित परिवार से पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने आश्वस्त किया कि शासन-प्रशासन की ओर से हर संभव मदद की जायेंगी।अफसरों को पीड़ित परिवार का अविलंब राशन कार्ड बनाने, अनाज उपलब्ध कराने के साथ-साथ सभी तरह की समुचित सरकारी सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। सचिव ने कहा कि अफसरों,जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों को इस तरह के किसी भी मामले में संवेदनशील होने की जरूरत है।मानवीय असंवेदनशीलता के कारण ही इस प्रकार की दुखद घटना घटित होती है।सरकार गरीबों के लिए योजना बनाती है,लेकिन गैर जिम्मेदार अफसरों के कारण बहुत सी योजनाओं का लाभ वास्तविक लोगों को नहीं मिल पाता है। उन्होंने अफसरों को सभी सक्षम लोगों का राशन कार्ड वापस लेकर सूची से उनका नाम हटाने एवं वास्तविक जरूरतमंदों को राशन कार्ड बनाने का निर्देश दिया। सचिव ने मामले में दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही। सचिव ने मामले में बीडीओ एवं एमओ से जबाव मांगा है।दोनों को सस्पेंड करने की चेतावनी दी गयी है।सचिव ने मुखिया को फटकार लगाते हुए जानना चाहा कि आखिर किन कारणों से भूखल घासी का राशन कार्ड नहीं बना? सभी पंचायत को 10-10 हजार रुपये इस तरह के मामलों में मदद करने के लिए विशेष तौर पर उपलब्ध हैं।पैसा खर्च क्यों नहीं किया गया. यह सरासर लापरवाही है। पावर के लिए के पंचायत में पद हासिल न करें। बोकारो डीसी मुकेश कुमार व एसडीओ प्रेम रंजन शनिवार की सुबह पीड़ित के घर पहुंचे. मामले में पूछताछ की। डीसी ने मृतक की पत्नी रेखा देवी को पारिवारिक लाभ योजना के तहत तत्काल 20 हजार रुपये उपलब्ध कराये। शेष रकम आवश्यक प्रक्रिया पूरी होने के बाद बैंक खाता में डालने का निर्देश दिया। चार पैकेट अनाज भी उपलब्ध कराये गये। रेखा देवी का लंबित राशन कार्ड भी अविलंब बना दिया गया एवं विधवा पेंशन भी स्वीकृत कर दी गयी। पीड़ित परिवार का अंबेडकर आवास योजना के तहत आवास बनाने तथा परिवार के सभी सदस्यों की स्वास्थ्य जांच कराने का निर्देश भी दिया। भूखल की दोनों बेटी कस्तूरबा में पढ़ेंगी डीसी ने भूखल की दोनों बेटियों मोनिका कुमारी (6) व राखी कुमारी (8) से उनकी पढ़ाई-लिखाई के बारे में भी पूछताछ की। डीसी को दोनों ने बताया की वे स्कूल नहीं जाती हैं।पहले नजदीक में स्कूल था, तब जाती थी। डीसी को बताया गया कि स्कूल का विलय होने के बाद दोनों ने पढ़ाई छोड़ दी है। स्कूल की दूरी अधिक होने के कारण ऐसे कई बच्चे स्कूल नहीं जाते। डीसी ने इसे गंभीरता से लिया एवं जिस स्कूल को मर्ज कर बंद कर दिया गया है, उसे आवश्यक प्रक्रिया पूरी कर नये सेशन में चालू करने की बात कही।हलांकि परिजनों एवं ग्रामीणों की मांग पर दोनों बेटियों का कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में नामांकन कराने का निर्णय लिया गया।