झारखंड: बीजेपी की Karnataka Crisis में कोई भूमिका नहीं, देश कांग्रेस की संस्‍कृति से मुक्ति चाहता है:जेपी नड्डा

रांची: बीजेपी के कार्यकारी अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि Karnataka Crisis में बीजेपी की कोई भूमिका नहीं है. देश कांग्रेस की संस्‍कृति से मुक्ति चाहता है. नड्डा रविवार को रांची बीजेपी की स्टेट ऑफिस में मीडिया से बातचीत कांग्रेसमुक्त भारत के पार्टी के नारे के भावार्थ को स्पष्ट करते हुए कहा कि कांग्रेसमुक्त भारत का मतलब कांग्रेस की कमीशन और करप्शन की संस्कृति के मुक्ति है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक अलग तरह की संस्कृति पनपी है, जिसने वोट बैंक व जातिवाद को नकारा है और विकासवाद की राजनीति को स्वीकारा किया है. यह संस्कृति हमारी है और इसी विचार को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने कर्नाटक के राजनीतिक क्राइसिस में बीजेपी की भूमिका को नकारते हुए विपक्ष के आरोपों को तथ्यहीन बताया. उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस्तीफा दिया इसके बाद सब लोग अपने-अपने ढंग से इस्तीफा दे रहे हैं. यह उनका विषय है, वो जाने.जेपी नड्डा ने रांची में अपने प्रवास के दौरान सांगठनिक स्तर पर की गई बैठकों की जानकारी देते हुए कहा कि बैठकों में बूथ रचना से लेकर चुनाव की रणनीति और सदस्यता अभियान पर चर्चा की गयी. कोर कमेटी की बैठक 28 को दोबारा होगी, जिसकी रिपोर्ट मै खुद लूंगा. उन्होंने कहा कि झारखंड में कार्यकर्ताओं में जोश है. पार्टी सर्वस्पर्शी और सर्वव्यापी हो, इसके लिए हर वर्ग को जोड़ें. सांसदों व विधायकों को भी सदस्यता अभियान से जुडऩे की नसीहत दी गई है. विधायकों को बूथ स्तर की रचना पर ध्यान देने की नसीहत दी गई है. झारखंड में संगठन व सरकार के स्तर से तेजी से कार्य किए जा रहे हैं. आने वाले विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता 65 प्लस सीटों का आशीर्वाद हमें देगी. बीजेपी कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने झारखंड में रघुवर दास सरकार के कार्यों की सराहना कतरे हुए रघुवर सरकार को काम करने वाली, जनता को साथ लेकर चलने वाली व पारदर्शी सरकार बताया. उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत, महिला सशक्तीकरण, सड़क संपर्क आदि में झारखंड ने कीर्तिमान स्थापित किए हैं. यूनाइटेड नेशन की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि दुनिया के दस देशों में भारत अव्वल रहा है तो देश में झारखंड सबसे आगे रहा. झारखंड में नीतिगत फैसले तेजी से लिए जा रहे हैं. आयुष्मान भारत व मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के तहत राज्य के 70 लाख परिवारों में से 59 लाख परिवारों को जोड़ा गया है. प्रधानमंत्री आवास, उज्ज्वला योजना इन सब क्षेत्रों में तेजी से बढऩे वाला झारखंड है. पीएम किसान योजना के साथ-साथ मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का टॉप अप भी है. यही डबल इंजन की सरकार है.