बिहार: एक्स सीएम जगन्नाथ मिश्र का दिल्ली में निधन, बिहार में तीन दिन का राजकीय शोक

पटना: बिहार के एक्स सीएम डॉक्टर जगन्नाथ मिश्र का सोमवार को नई दिल्ली में निधन हो गया. वह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे. दिल्ली में ही उनका इलाज चल रहा था. डा मिश्रा तीन बार बिहार के सीएम रह चुके थे. जगन्नाथ मिश्रा अपने पीछे तीन बेटे और तीन बेटियों के साथ भरा-पूरा परवार छोड़ गये हैं। मालूम हो कि उनकी पत्नी वीणा मिश्रा का पिछले साल जनवरी में निधन हो गया था. डा मिश्र के निधन से बिहार बिहार में शोक की लहर है. डा मिश्र की निधन पर बिहार में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है डा जगन्नाथ मिश्र ने दिल्ली के द्वारका स्थित सेक्टर चार के फ्लैट नंबर -402 अपने आवास नीलांचल अपार्टमेंट में अंतिम सांस ली. कांग्रेस लीडर गुलाम नबी आजाद समेत अन्य कई पार्टी लीडर डा मिश्र की निधन की खबर सुनकर उनके आवास पहुंचे और शोकाकुल परिजनों को सांत्वना दी. डा मिश्र का अंतिम संस्कार सुपौल जिल में उनके पैतृक गांव बलुआ बाजार में बुधवार को किया जायेगा. मंगलवार को उनका शव दिल्ली से पटना लाया जायेगा. सीएम नीतीश ने जताया शोक सीएम नीतीश कुमार ने डॉक्टर जगन्नाथ मिश्र के निधन पर गहरा शोक जताया है. विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी, मिनिस्टर नीरज कुमार, अशोक चौधरी, कांग्रेस एमएलए अशोक राम, बेनीपुर एमएलए सुनील चौधरी, एक्स मिनिस्टर रघुवंश प्रसाद सिंह, जेडीयू एमपी डॉ. आलोक कुमार सुमन, एमएलसी आदित्य नारायण पाण्डेय ने समेत अन्य ने एक्स सीएम के निधन पर शोक जताया है. रघुवर ने जताया शोक झारखंड के सीएम रघुवर दास ने ट्विटर पर अपने शोक संदेश में लिखा- बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री श्री जगन्नाथ मिश्र जी को शत-शत नमन. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे एवं दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति दे. कांग्रेस नेता फुरकान अंसारी ने डॉ मिश्रा के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि डॉक्टर साहब मेरे गुरु थे. तीन बार बिहार के सीएम रहे थे जगन्नाथ मिश्र डॉक्टर जगन्नाथ मिश्र तीन बार बिहार के सीएम रह चुके थे. कॉलेज के प्रोफेसर के रूप में अपना करियर शुरू करने वाले डा मिश्र बाद में बिहार विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर बने थे. बचपन से ही उनकी रुचि राजनीति में थी, क्योंकि उनके बड़े भाई, ललित नारायण मिश्र राजनीति में थे और देश के रेल मंत्री थे.विश्वविद्याल में पढ़ाने के दौरान ही डॉक्टर जगन्नाथ मिश्र भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए थे. वह वर्ष 1975 में पहली बार बिहार के सीएम बने थे. कांग्रेस लीडरशीप ने डा मिश्र को दूसरी बार वर्ष1980 में सीएम बनाया था. डा मिश्र अंतिम बार वर्ष 1989 से 1990 तक बिहार के सीएम रहे. वह 90 के दशक के बीच सेंट्रल में कैबिनेट मिनिस्टर भी रहे.कांग्रेस छोड़ने के बाद, वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए और फिर जनता दल (यूनाइटेड) में भी शामिल हुए. रांची सीबीआइ की स्पेशल कोर्ट ने चारा घोटाले में एक्स सीएम लालू प्रसाद व 44 लोगों के साथ एक्स सीएम डा मिश्र को भी वर्ष 2013 की 30 सितंबर को दोषी ठहराया. कोर्ट ने उन्हें चार साल की कारावास और 200,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया था. जबकि 23 दिसंबर 2017 को उन्हें हर आरोप से बरी कर दिया गया. चारा घोटाले के अन्य केस में बीमारी के आधार पर बाद में कोर्ट से उन्हें बेल मिल गयी थी. झारखंड हाई कोर्ट ने चारा घोटाले के तीन अलग-अलग मामलों में जगन्नाथ मिश्र को स्वास्थ्य कारणों के आधार पर रेगुलर बेल दे दी थी.