बिहार: मोतिहारी लोकसभा सीट पर राधामोहन व आकाश के बीच कड़ा मुकाबला, एनडीए व महागठबंधन की जोर अजमाइश

मोतिहारी:बिहार के मोतीहारी (पूर्वी चंपारण) लोकसभा सीट पर पर एनडीए कैंडिडेट सेंट्रल मिनिस्टर राधामोहन सिंह व एक्स सेंट्रल मिनिस्टर अखिलेश सिंह के बेटे सह महागठबंधन प्रत्याशी आकाश सिंह के बीच कड़ा मुकाबला है. विकास लोकल का मुद्दा जातीयण समीरण की चुनावी फिजां में पिछड़ गया है. मोतीहारी से कुल 22 कैंडिडेट चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन बीजेपी के राधामोहन सिंह और आरएलएसपी के आकाश कुमार सिंह में सीधा मुकाबला है.मोतिहारी में लास्ट फेज में 19 मई को वोटिंग है. लोकसभा के इस चुनाव में मोतिहारी में विकास व राष्ट्रीय मुद्दों के बीच जातीय गोलबंदी भी बड़ा मायने रख रही है. सेंट्रल मिनिस्टर राधामोहन सिंह अपने चुनावी प्रचार में पांच साल में विकास के कौन-कौन से काम किये यह लोगों को बता रहे हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा और आत्मसम्मान की बातों उल्लेख करते हुए लोगों से कहते हैं कि चंपारण में आजादी के बाद पहली बार समग्रता में चल पड़े विकास के रथ को रफ्तार देने के लिए नरेंद्र मोदी का फिर से प्रधानमंत्री बनना जरूरी है. आरएलएसपी कैंडिडेट आकाश सिंह अपने चुनावी कैंपेन में लोगों को समझा रहे कि कैसे मोतिहारी चीनी मिल बंद हो गई और इस कैसे चालू करना है. आकाश अपने पिता व मोतिहारी एमपी रहे वर्तमान में कांग्रेस के राज्यसभा एमपी डॉ. अखिलेश सिंह द्वारा सरीयतपुर में चीनी मिल की आधारशिला रखने और उसके चालू नहीं होने के पीछे के कारणों को लोगों के बीच रख रहे हैं. मोतिहारी लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा की छह सीटें मोतिहारी, हरसिद्धि, गोविंदगंज, केसरिया, कल्याणपुर और पिपरा है. हरसिद्धि सीट सुरक्षित है. मोतिहारी, कल्याणपुर और पिपरा में बीजेपी के एमएलए हैं. गोविंदगंज में एलजेपी के एमएलए हैं. हरसिद्धि सुरक्षित और केसरिया विधानसभा सीट पर आरजेडी का कब्जा है. बीजेपी कैंडिडेट राधामोहन सिंह के पक्ष में अमित शाह, सीएम नीतिश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील मोदी, रामविलास पासवान, मनोज तिवारी की चुनावी सभा हो चुकी है. पीएम के मुजफ्फरपुर और वाल्मीकिनगर के रामनगर में हुई सभा का भी मोतिहारी में असर दिख रहा है. आकाश सिंह के समर्थन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, एक्स सीएम मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा, वीआइपी अध्यक्ष मुकेश सहनी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, कांग्रेस नेता राज बब्बर भी सभाएं कर चुके हैं.