धनबाद:एमएलए संजीव सिंह की बड़ी राजनीतिक सफलता झरिया से बीजेपी का टिकट रागिनी सिंह को

  • विरोधियों को दिया तगड़ा झटका
  • 30 माह से जेल में हैं झरिया एमएलए संजीव सिंह
  • कई मोरचों पर एक साथ लड़ रहे हैं लड़ाई
  • रागिनी को टिकट मिलना बड़ी राजनीतिक सफलता
धनबाद:एक्स डिप्टी मेयर नीरज सिंह मर्डर केस में 30 माह से जेल में बंद संजीव सिंह ने अपनी वाइफ रागिनी सिंह को झरिया से बीजेपी टिकट दिलवाकर बड़ी राजनीतिक सफलता हासिल कर ली है. बीजेपी के ही चंद लीडर संजीव को राजनीतिक रुप से कमजोर करने में लगे हुए थे. पार्टी के बाहर के विरोधी भी एक साल से बीजेपी में हाथ-पांव मारकर संजीव का पत्ता साफ कराने में लगे हुए थे. बीजेपी द्वारा झरिया से रागिनी को कैंडिडेट बनाये जाने से विरोधियों के हौसले पहले ही पस्त हो गये है. यह भी पढ़ें: बीजेपी के 52 कैंडिडेटों की लिस्ट जारी, झरिया से रागिनी,बाघमारा से ढुल्लू व धनबाद से राज को टिकट बताया जाता है कि बिहार के एक बीजेपी एमपी,झारखंड के दो एमपी,राज्य के एक मिनिस्टर,तीन एमएलए व दो आइपीएस अफसर समेत संजीव सिंह के खिलाफ लॉबिंग कर रहे थे. लोकसभा चुनाव के समय ही संजीव सिंह को राजनीतिक झटका देने योजना थी. संजीव के विरोधी को बीजेपी में ज्वाइन कराने की योजना बनी थी. संजीव के छोटे भाई सिद्धार्थ गौतम उर्फ मनीष सिंह लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ निर्दलीय मैदान में उतर गये थे. सगे भाई ने निर्दलीय कैंडिडेट बनने से संजीव बैकफुट पर थे. बीजेपी के सीनीयर लीडर व संजीव सिंह के राजनीतिक मार्गदर्शक जियाडा डायरेक्टर सत्येंद्र कुमार ने हमेशा की तरह उनकी मदद की. [caption id="attachment_41274" align="alignnone" width="300"] रागिनी सिंह ( फाइल फोटो)[/caption] सत्येंद्र कुमार ने बीजेपी के सीनीयर लीडरों तक यह संदेश पहुंचाया कि कैसे झरिया में दिवंगत एमएलए सूर्यदेव सिंह की फैमिली के पार्टी में आने से लगातार बीजेपी जीत रही है. कोयलांचल में मेंशन का बड़ा वोट बैंक है. संजीव की मां कुंती देवी भी दो-दो टर्म झरिया से एमएलए रह चुकी है. संजीव सिंह व उनका परिवार बीजेपी के भरोसेमंद हैं. बीजेपी लीडरशीप भी सत्येंद्र कुमार की बातों से सहमति जतायी. लोकसभा चुनाव के समय पीएन सिंह के नामांकन के दिन संजीव की वाइफ रागिनी सिंह को सीएम रघुवर दास ने जिला परिषद मैदान में आयोजित विजय संकल्प सभा में बीजेपी की सदस्यता दिलायी. राजनीति केलिए सिंह पहली बार घर से निकली रागिनी ने लोकसभा चुनाव में झरिया ही वहीं अन्य इलाकों में बीजेपी के पक्ष में प्रचार की. सीनीयर नेताओं के साथ चुनावी सभा में रागिनी को मंच पर जगह मिलने लगी. रागिनी का मेहनत रंग लाया और 2014 की लोकसभा चुनाव से भी ज्यादा वोट पीएन सिंह को 2019 की चुनाव में झरिया विधानसभा से मिला. संजीव जेल में बंद है लेकिन रागिनी झरिया में लगातार सक्रिय हैं.लोगों के के सुख-दुख में मौजूद रहती है. यह भी पढ़े: पीएन सिंह ने राज व इंद्रजीत को टिकट मिलने पर मिठाई खिलाकर जीत की शुभकामनाएं दी जन आशिर्वाद यात्रा में झरिया में उमड़ी थी भीड़ सीएम के जन आशिर्वाद यात्रा में झरिया की सभा में भारी भीड़ जुटी थी. सीएम अपने निर्धारित कार्यक्रम से लगभग सात घंटे देर रात के आठ बजे के बाद झरिया पहुंचे थे. झरिया की सभा में भीड़ व जगह-जगह संजीव समर्थकों के स्वागत से सीएम अभिभूत थे. सभा मंच पर ही सीएम ने लोगों से रागिनी को जीताने का अपील कर टिकट देने का सिगनल दे दिया था. सीएम ने संजीव की मां एक्स एमएलए कुंती देवी का पैर छुकर आशिर्वाद लेकर अपनी मां बताया था. संजीव की पत्नी रागिनी को टिकट देकर सीएम व बीजेपी ने विरोधियों की मंशा पर पानी फेर दिया है.