Jharkhand: विधानसभा में मानसून सत्र के अंतिम दिन भी हंगामा, बीएसपी एमएलए शिवपूजन ने दिया इस्‍तीफा,नामंजूर हुआ

रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को एक बार फिर सदन की कार्यवाही हंगामे के कारण 12 बजे तक स्थगित कर दी गयी. दोबारा कार्यवाही शुरू होने पर प्रश्नकाल में सदस्यों ने जनता से जुड़े सवालों पर सदन का ध्यान आकृष्ट कराया. विपक्ष के सवालों पर सत्ता पक्ष की ओरसे जवाब भी दिये गये. गैर सरकारी संकल्प के दौरान बीएसपी एमएलए मेहता शिवपूजन ने जपला फैक्ट्री को चालू कराने की मांग की. सरकार की ओर से इसपर उसके मूल्यांकन कराने की बात कही गयी. सरकार के जवाब पर शिवपूजन नाराज हो गये. उन्होंने कहा कि आखिर कब तक मूल्यांकन होगा, ऐसे में विधानसभा का सदस्य रहने का मतलब नहीं है. मेहता के तल्ख तेवर देख स्पीकर दिनेश उरांव ने कहा कि फिर वे इस्तीफा दे दें. विधानसभा अध्यक्ष के रुख से नाराज मेहता शिवपूजन ने पूर्व से तैयार रखा हुआ अपना इस्तीफा आसन को सौंप दिया. हालांकि वोटिंग के माध्यम से उनका इस्तीफा अस्वीकृत हो गया.नाराज विधायक बाहर निकलने लगे तब नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन उन्हें मनाकर सदन के अंदर लेकर आये. इससे पहले बिजली विभाग में बिल पास करने के लिए बिजली वितरण निगम लिमिटेड के एमडी राहुल पुरवार द्वारा कमीशन मांगे जाने के मामले को लेकर शांत चल रहा सदन हंगामे के कारण अचानक गरम हो गया. एमसीसी एमएलए अरूप चटर्जी ने इस मुद्दे पर कार्यस्थगन प्रस्ताव लाया था, जिसे नामंजूर होने के बाद सदस्य हंगामा करने लगे. स्पीकर दिनेश उरांव ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर लंबी चर्चा चली. पलामू में 435 पारा शिक्षकों की हुई अवैध बहाली की स्पीकर दिनेश उरांव ने चौथी बार जांच कराने का निर्देश दिया है. स्पीकर ने जांच के लिए विधानसभा की कमेटी भी गठित कर दी है. यह सितंबर अंतिम सप्ताह तक अपनी रिपोर्ट देगी. इससे पहले, राज्य सरकार ने डीडीसी की जांच रिपोर्ट पर पारा शिक्षकों को सेवामुक्त करने का निर्णय लिया था. स्पीकर ने जांच रिपोर्ट आने तक पारा शिक्षकों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं करने का निर्देश दिया.अंतिम कार्य दिवस की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही यहां मेनगेट पर धरना-प्रदर्शन भी हुआ. झामुमो विधायकों ने घोटाले की जांच की मांग को लेकर विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया.आदिवासियों की भूमि पर से दबंगों का कब्जा हटाने की मांग को लेकर झारखंड विधानसभा का घेराव करने भवनाथपुर विस क्षेत्र के झामुमो नेता कन्हैया चौबे अपने समर्थकों के साथ पहुंचे. वो लोग विधानसभा के मेन गेट पर धरने पर बैठ गये.बड़ी संख्या में आदिवासी महिलाएं भी धरने पर बैठी रहीं. विधानसभा की सुरक्षा के लिए पुलिस के पहुंचने से पहले ही ये सब धरना देने पहुंच गये थे.