नई दिल्ली:जेएनयू स्टूडेंट्स का संसद मार्च, कस्टडी में लिये गये, रिहा, कैंपस लौटे छात्र,शांति बहाली के लिए तीन मेंबर की कमेटी

  • जेएनयू स्टूडेंट के संसद मार्च से हलकान रही दिल्ली
  • पुलिस ने छात्रों को खदेड़ा पीछे किया
  • पांच मेट्रो  स्टेशनों को घंटो बंद रखा गया
नई दिल्ली: जेएनयू स्टूडेंट्स का सोमवार सुबह से शुरू हुआ संसद मार्च रात को समाप्त हुआ. पुलिस कस्टडी में लिये गये स्टूडेंटों के रिहा किये जाने के बाद सभी छात्र कैंपस लौटे. दिन भर बवाल होता रहा. जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के लीडरों ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव से मुलाकात कर मांग पत्र सौंपा है. इधर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जेएनयू में शांति बहाली सहित छात्रों और विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच बातचीत शुरु करने को लेकर सोमवार को तीन सदस्यों की एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की है. यूजीसी के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर वी एस चौहान की अध्यक्षता में गठित कमेटी में एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रोफेसर अनिल सहत्रबुद्धे और यूजीसी के सचिव रजनीश जैन को भी शामिल किया गया है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय में उच्च शिक्षा सचिव आर. सुब्रमण्यम ने ट्वीट कर कमेटी गठित करने की जानकारी दी है. उन्हों‍ने कहा कि यह कमेटी छात्रों और विवि प्रशासन से बातचीत करके शांतिपूर्ण रास्ता निकालेगी. कमेटी ने इस मामले में कई छात्रों को नोटिस जारी कर उन्हें बातचीत के लिए बुलाया है. कमेटी की छात्रों के साथ संभवत: मंगलवार को पहली बैठक हो सकती है. उल्लेखनीय है कि पिछले 17 दिनों से जेएनयू के स्टूडेंट हॉस्टल फीस में वृद्धि सहित छात्रावास के नियमों में किये गये बदलावों को लेकर के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. जेएनयू के दीक्षांत समारोह के दौरान छात्रों ने मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का कई घंटे तक घेराव भी किया था. छात्रों के प्रतिनिधियों से निशंक ने बातचीत भी की थी. जेएनयू ने बढ़ाई गई फीस को काफी कम किया है. जेएनयू स्टूडेंट आज संसद तक पैदल मार्च निकाल रहे थे.छात्रों को संसद तक पहुंचने से रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. संसद और जेएनयू के आसपास धारा 144 लगा दी गई दिल्ली पुलिस ने मार्च कर रहे छात्रों को रोकने का प्रयास किया. इस दौरान कुछ स्टूडेंट्स के ग्रुप्स ने खुद को छुड़ाया और अरविंद मार्ग की ओर से नई दिल्ली की ओर भागकर आगे जाने लगे. छात्रों को फिर सफदरगंज पर रोका गया. इस दौरान कुछ उत्तेजित छात्रों ने बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की.पुलिस ने आक्रामक व्यवहार दिखाने वाले 100 छात्रों को कस्टडी में ले लिया था. पुलिस ने मार्च को शाम को सफदरगंज के इलाके के पास पुलिस ने रोक इलाके की स्ट्रीट लाइट बंद करा छात्रों को पीछे खदेड़ दिया गया. छात्रों के मार्च के कारणदिल्ली के कई इलाकों में जाम लगा रहा. दिल्ली मेट्रो के पांच स्टेशनों स्टेशन उद्योग भवन, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय, लोक कल्याण मार्ग और जोरबाग मेट्रो को को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था. जेएनयू स्टूडेंट सफदरजंग मकबरे के बाहर जमा हुए थे. इस कारण पुलिस ने अरविंदो मार्ग पर ट्रैफिक रोक दिया.सफदरजंग रोड, तुगलक रोड, लोक कल्याण मार्ग भी बंद कर दिये गये थे. छात्रों की भीड़ कस्टडी में लिये गये स्टूडेंट्स को छुड़ाने के लिए तुगलक रोड पुलिस स्टेशन पहुंचने की कोशिश कर रहे थे.इस दौरान छात्र 'आजादी' के नारे लगाते दिखे.