अग्नि-2 बैलिस्टिक मिसाइल का रात में सफल परीक्षण,परमाणु हमला करने सक्षम

  • मिसाइल की मारक 2000 किमी
  • बैलिस्टिक मिसाइल के रेंज में पाकिस्तान और चीन भी
नई दिल्ली: इंडिया ने शनिवार की रात बैलेस्टिक मिसाइल अग्नि-2 का रात्रिकालीन परीक्षण सफलतापूर्वक करक लिया. यह परमाणु हमला करने में सक्षम है.इस मिसाइल के दायरे में पाकिस्तान, चीन व साइथ एशिया के कई देश आ गये हैं. मिसाइल का परीक्षण ओडिशा के बालासोर में अब्दुल कलाम द्वीप के चार नंबर लांचिंग पैड से रात 7:32 बजे किया गया, जो सफल रहा. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के मदद से सेना के सामरिक बल कमान ने परीक्षण को अंजाम दिया. मौके पर डीआरडीओ तथा अंतरिम परीक्षण परिषद (आइटीआर) से जुड़े वरिष्ठ वैज्ञानिक व अफसरों की टीम उपस्थित थी. इंडिया आनेवाले समय में कई और मिसाइलों का परीक्षण कर सकता है.इंडिया अपने मिसाइलों का परीक्षण तटवर्ती ओडिशा के बंगाल की खाड़ी स्थित चांदीपुर के परीक्षण स्थल एक, दो, और तीन नंबर या फिर अब्दुल कलाम द्वीप से चार नंबर लांचिंग कंपलेक्स से करता आ रहा है. अग्नि-2 बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण पिछले वर्ष ही सफलता पूर्वक कर लिया गया था, लेकिन रात में लॉन्च करने का इसका परीक्षण पहली बार सफलता पूर्वक किया गया. यह मिसाइल न्यूक्लीयर विस्फोटक ले जाने में सक्षम है. इसकी मारक क्षमता जरूरत पड़ने पर 2000 से बढ़ाकर 3000 किमी तक किया जा सकता है. यह मिसााइल देश में ही बनाई गय ीहै. 21 मीटर लंबी, एक मीटर चौड़ी, 17 टन वजन वाली यह मिसाइल 1000 किलोग्राम तक विस्फोटक ले जाने की क्षमता रखती है. इसकी मारक क्षमता 2000 किलोमीटर तक है. यह ठोस ईंधन से संचालित बैलेस्टिक मिसाइल है.सतह से सतह पर मार करने वाली मध्यम दूरी की इस मिसाइल का रात में भी परीक्षण होने अग्नि सीरीज की मिसाइलों में एक नयी ताकत आ गयी है. इस सीरीज अग्नि-1और अग्नि-3 शामिल हैं। अग्नि-2 को पहले ही सेना में शामिल किया जा चुका है. बैलेस्टिक मिसाइल क्या है? तकनीकी दृष्टिकोण से बैलेस्टिक मिसाइल उस प्रक्षेपास्त्र को कहते हैं जिसका प्रक्षेपण पथ सब ऑर्बिटल बैलेस्टिक पथ होता है. इसका उपयोग किसी हथियार (नाभिकीय अस्त्र) को किसी पूर्व निर्धारित लक्ष्य पर दागने के लिए किया जाता है. यह मिसाइल प्रक्षेपण के प्रारंभिक स्तर पर ही गाइड की जाती है। इसके बाद का पथ आर्बिटल मैकेनिक के सिद्धांतों पर एवं बैलेस्टिक सिद्धांतों से निर्धारित होता है. अभी तक इसे रासायनिक रॉकेट इंजन द्वारा प्राणोदित किया जाता है. अग्नि-2 बैलिस्टिक मिसाइल की विशेषता यह मिसाइल एक हजार किलो वजनी आयुध को 2000 किमी तक ले जा सकती है. मिसाइल पर लगे हाई एक्युरेसी नेविगेशन सिस्टम से सटीक निशाने पर मार किया जा सकता है. मिसाइल की मारक क्षमता 2000 किमी से बढ़ाकर 3000 किमी की जा सकती है. अग्नि-2 बैलिस्टिक मिसाइल 20 मीटर लंबी है और इसका वजन 16000 केजी यानी 16 टन है.