धनबाद: ACB ने MVI आफिस में एक हजार रुपये घूस लेते दो कंप्यूटर ऑपरेटर को पकड़ा, एक एमवीआइ का रिलेटिव

  • दोनों आउटसोर्सिंग स्टाफ
  • डीटीओ व एमवीआइ ऑफिस में हड़कंप
धनबाद: एंटी करप्एशन विंग (एसीबी)  ने गुरुवार को धनबाद एमवीआई ऑफिस से दो कंप्युटर ऑपरेटर दिलीप कुमार व विशाल कुमार को एक हजाार रुपये घूस लेते पकडा है. दोनों एमवीआइ ऑफिस में आउटसोर्सिंग स्टाफ हैं. बताया जाता है कि एसीबी गिरफ्त में आया विशाल कुमार  एमवीआइ अजय कुमार का रिलेटिव है. एसीबी की कार्रवाई से डीटीओ व एमवीआइ ऑफिस में हड़कंप मचा हुआ है.डीटीओ ऑफिस बिल्डिंग में ही एवीआइ ऑफिस भी है. तेलीपड़ा निवासी पंकज कुमार को अपनी मालवाहक (छोटा हाथी) का फिटनेस सर्टिफिकेट लेना था. पंकज ने फी पमेंट कर इंश्योरेंस, रजिस्ट्रेशन बुक, टैक्स टोकन तथा पोल्युशन, स्पीड गवर्नर सहित सभी सभी कागजात के साथ आवेदन एमवीआइ ऑफिस में जमा किया. ऑफिस का कंप्युटर ऑपरेटर विशाल कुमार ने कागज को रोक रखा था. फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं मिल रही थी. पंकज से विशाल ने एक हजार रुपये घूस की मांग की. घूस नहीं मिलने पर वह पंकज को दौड़ा रहा था. पंकज ने घूस मांगे जाने की कंपलेन एसीबी में की. एसीबी एसपी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने कंपलेन की जांच करायी तो आरोप सही पाया गया. मामले में एसीबी में विशाल के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गयी. एसीबी टीम गुरुवार को एमवीआइ ऑफिस पहुंची. पंकज ने घूस की रकम विशाल दो दे रहा था तो वह दिलीप कुमार को देने को कहा. पंकज ने विशाल के कहने पर दिलीप को एक हजार रुपये घूस दी. एसीबी टीम ने दिलीप कुमार व विशल कुमार को धर दबोचा.एसीबी टीम कंप्युटर ऑफिस में फिटनेस से संबंधित कई कागजात भी जब्त की है. दोनों को के घर की भी सर्च की गयी. एसीबी ऑफिस लाकर दोनों का बयान दर्ज किया गया. एसीबी यह पता लगा रही है कि ये लोग घूस किसके कहने पर लेते हैं. घूस की रकम में हिस्सेदारी किन-किन लोगों को मिलती है. उल्लेखनीय है कि फिटनेस के लिए सरकारी फीस रुपये 708 फिक्स है. एमवीआइ ऑफिस में फीस के अलावा 1000 से 1500 रुपये तक वसूला जाता है. घूस नहीं देने पर फाइल रोक दी जाती है. घूस लेनेके बाद ही कंप्युटर ऑपरेटर विशाल कुमार फिटनेस का आवेदन एवीआइ के पास भेजता है.