नई दिल्ली: वॉट्सऐप ने आईटी मिनिस्ट्री की एक मांग को छोड़कर सभी मांगों को मान लिया है. वॉट्सऐप ने गर्वमेंट की एक मांग को मानने से इनकार किया है जिसमें यह कहा गया था कि वॉट्सऐप को अपने प्लेटफॉर्म पर एक ऐसा फीचर एड करना है जिसकी मदद से किसी भी मैसेज को जहां से सबसे पहले भेजा गया है उसका पता लगाया जा सके. वॉट्सऐप ने कहा है कि वो यूजर के डाटा को एक्सेस नहीं कर सकती है क्योंकि ये एंड-टू-एंड एनक्रिप्टेड होते हैं.।
एक्सपर्ट्स की मानें तो यूजर डाटा का बहुत छोटा सा हिस्सा ही अस्थायी रुप से कैशे किया जा सकता है. इससे यूजर्स इस डाटा का ऑफलाइन एक्सेस कर सकते हैं. लेकिन उनके सर्वर पर यूजर डाटा को स्टोर नहीं किया जाता है. डाटा सिर्फ यूजर की डिवाइस पर ही स्टोर किया जा सकता है. अगर डिस्क्रिप्शन की बात होती है तो सिर्फ वॉट्सऐप ही नहीं बल्कि ऐप्पल और गूगल की मैसेजिंग सर्विसेज में भी मौलिक परिवर्तन लाने की जरुरत होगी.वॉट्सऐप के 1.5 बिलियन एक्टिव यूजर्स हैं और भारत इसका सबसे बड़ा मार्केट हैं. कंपनी जल्द ही भारत में पेमेंट प्लेटफॉर्म समेत कई अन्य सर्विसेज लॉन्च करने की तैयारी कर रही है.