नई दिल्ली:फैक्ट्री में आग से 43 लोगों की मौत, 50 घायल,एफआइआर दर्ज, ऑनर रेहान व मैनेजर फुरकान अरेस्ट

  • धुआं में दम घुटने से हुई अधिकांश मौत
  • 4.30 बजे चार मंजिला बिल्डिंग में लगी आग, 43 की मौत, 56 को बचाया गया
  • चार मंजिला इमारत में 100-150 मजदूर थे, संकरे कमरों में थी फैक्ट्री
  • आग की जगह धुआं ज्यादा फैला, सोते-सोते मौत के आगोश में चले गए लोग
  • आने-जाने का एक ही रास्ता, ग्रिल काटकर अंदर घुसी टीम, खिड़कियां थीं बंद
  • ऑक्सीजन मॉस्क लगा एनडीआरएफ की टीम अंदर तलाशी को पहुंची
  • प्रभावितों में बिहार के समस्तीपुर के हरपुर गांव के 30 लोग
  • एक फायरमैन 16 लोगों को कंधे पर लादकर अकेले बाहर निकाला
नई दिल्ली:अनाज मंडी रानी झांसी रोड में चल रही एक फैक्ट्री में रविवार को सुबह साढ़े पांच बजे आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई है। 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायल लोगों को आरएमएल, हिंदू राव समेत अन्चय हॉस्पीटल में एडमिट कराया गया है। अगलगी में रहने वालों की संख्या बढ़ने का अनुमान है। घायल कई लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। दमकल की 30 गाड़ियां आग बुझाने के काम में लगी थीं। पुलिस ने फैक्ट्री मालिक रेहान व उसके मैनेजर फुरकान को अरेस्ट कर लिया है। जिस फैक्ट्री में आग लगी, वह अवैध रूप से चल रही थी। दिल्ली पुलिस ने रेहान खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। सदर बाजार पुलिस स्टेशन में फैक्ट्री मालिक रिहान के खिलाफ दर्ज केस क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है।  फैक्ट्री मालिक के खिलाफ आईपीसी की सेक्शन 304 (गैरइरादन हत्या)  और 285 (लापरवाही) के तहत एफआइआर दर्ज किया गया है। सेक्शन 304 गैरइरादतन हत्या के लिए के आरोप में लगता है? इस आरोप में दोषी साबित होने पर 10 वर्ष की जेल या आजीवन कारावास और आर्थिक दंड का प्रावधान है।नॉर्थ दिल्ली की डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने कहा कि बचाव और राहत कार्य समाप्त हो चुका है। अब किसी के भी इमारत या आसपास में फंसे होने की खबर नहीं है। [caption id="attachment_42356" align="alignnone" width="300"] फैक्ट्री मालिक रेहान अरेस्ट.[/caption] मृतकों को 19-19 लाख की मदद राशि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अग्निकांड में मारे गये लोगों के आश्रितों के लिए 10-10 लाख और घायलों के लिए एक-एक लाख के मुआवजे का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये दिये जायेंगे। बीजेपी ने भी मृतकों के लिए पांच-पांच लाख की मदद राशि का ऐलान किया है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी अपने राज्य के मृतकों के लिए दो-दो लाख की वित्तीय मदद का ऐलान किया है।दिल्ली गर्वमेंट ने इस घटना की मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये हैं। सीएम केजरीवाल ने कहा है कि इस घटना के पीछे जो भी लोग दोषी होंगे उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलायेंगे। दिल्ली फायर सर्विस के अफसरों का कहना है कि आग लगने की जानकारी सुबह पांच बजकर 22 मिनट पर मिली। दमकल की 30 गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया। 150 दमकल कर्मियों ने बचाव अभियान चलाया और 63 लोगों को बिल्डिंग से बाहर निकाला। अफसरों का कहना है कि प्रारंभिक जांच में प्रतीत होता है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। दिल्ली के सीएमरविंद केजरीवाल ने जांच के आदेश दिए हैं और मृतकों के लिए 10-10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। पीएम व सीएम ने जताया दुख घटना पर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सहित कई नेताओं ने दुख जताया है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया, '' दिल्ली के रानी झांसी रोड पर अनाज मंडी क्षेत्र में आग लगने की घटना बेहद भयानक है। मृतकों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। मैं घायलों के जल्द सेहतमंद होने की कामना करता हूं। उन्होंने लिखा, '' घटनास्थल पर अधिकारी हरसंभव मदद मुहैया करा रहे हैं। अनाज मंडी इलाके में जहां घटना हुई वहां गलियां बहुत संकरी थी और आसपास पानी का साधन भी नहीं था। दमकल कर्मियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। घटनास्थल पर एक बार में एक ही गाड़ी भीतर जा सकती थी इससे राहत कार्यों में भी देर हुई। बिल्डिंग में फैक्ट्रियां आपस में जुड़ी हुई थीं इसलिए आग तेजी फैलती गई। छह घंटे तक राहत कार्य जारी है। एनडीआरएफ की भी मदद लेनी पड़ी है। दमकल विभाग जानकारी दी गयी कि एक बिल्डिंग आग लगी है। यह नहीं बताया कि वहां बिल्डिंग में कई लोग फंसे हैं। दमकल विभाग को यदि इस बात की जानकारी होती कि इतनी बड़ी संख्या में लोग भी बिल्डिंग में फंसे हैं तो और तैयारी के साथ मौके पर पहुंचते। यदि सही सूचना पहले ही मिली होती तो कई और लोगों की जान बचाई जा सकती थी।लोगों का कहना है कि जिस बिल्डिंग में आग लगी उसमें फैक्ट्रियां भी चलती थीं,आसपास लोगों की रिहाइश भी है। घटना के समय अधिकांश लोग सो रहे थे। बिल्डिंग में गोदाम थे, कई कमरों में पैकेजिंग का काम होता था और लोग सोते भी थे। घटनास्थल पर प्लास्टिक के सामग्रियों की भरमार थी। यही वजह है कि आग तेजी से फैलती गई और लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिला। धुएं का गुबार फैलता गया और लोग बेहोश होने लगे। लोगों को निकलने तक का मौका नहीं मिल पाया। बिल्डिंग से बचाओ-बचाओ की आ रही थी आवाजें बताया जाताहै कि जब दमकलकर्मी आग बुझाने के लिए मौके पर पहुंचे तो अंदर काफी अंधेरा था। धुएं से बिल्डिंग के भीतर बेहद खराब हालात थे। जगह जगह स्कूल बैग, बोतलें और कई अन्य सामान बिखरे पड़े थे। कई कमरों के भीतर से बचाओ-बचाओ की आवाजें आ रही थीं। मरने वालों में ज्यादातर बिहार व यूपी के मजदूर हैं। कुछ मृतक अलग अलग इलाकों के भी बताये जा रहे हैं। यह फैक्ट्री अवैध तरीके से रिहायसी बिल्डिंग में चल रही थी। फायर सर्विस के अफसरों ने कहा है कि 43 लोग मरे हैं। दो दमकल कर्मी घायल हुए हैं। फैक्ट्री के पास फायर डिपार्टमेंट का एनओसी नहीं था। बिजली वितरण कंपनी बीवाईपीएल ने दावा किया कि इमारत के भूतल पर लगे मीटर सुरक्षित हैं, जिससे प्रतीत होता है कि आग किसी अन्य कारण की वजह से लगी। फैक्ट्री में काम कर रहे लोगों के रिश्तेदार और स्थानीय लोग घटनास्थल की ओर भाग रहे थे। आग की चपेट में आए लोगों के परेशान परिजन विभिन्न अस्पतालों में अपने संबंधियों को खोज रहे थे।दमकल अधिकारियों का कहना है कि इलाके के संकरा होने के कारण बचाव कार्य को अंजाम देने में दिक्कत आयी। जब आग लगी तो कई मजदूर गहरी नींद में थे। बिल्डिंग में हवा आने-जाने की उचित व्यवस्था नहीं थी इसलिए कई लोगों की जान दम घुटने से चली गई। बताया जा रहा है कि जहां पर आग लगी वहां पर तीन मंजिला एक ही कंपनी में सैकड़ों लोग काम कर रहे थे। कंपनी में अलग-अलग फ्लोर पर तीन कंपनियां संचालित हो रही थीं। फैक्ट्री 600 गज की है। इसमें कपड़े, गत्ते और प्लास्टिक बैग बनाए जाते थे। इसके अलावा यहां पर प्लास्टिक के सामान भी बनाये जाते थे। यहां पर 400 लोग काम करते थे। जानकारी के मुताबिक काफी लोग कंपनी में ही रहते थे। और रात में रहते भी थे। ज्यादातर लोग घटना के वक्त सो रहे थे। बताया जा रहा है कि फैक्ट्री तीन सगे भाइयों की है। रिहान, शान और इमरान इनके नाम बताए जा रहे हैं। तीनों भाई बाडा हिंदू राव में रहते है। आग रिहान की फैक्ट्री में लगी थी। मुआवजे का एलान दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आग लगने की घटना में मारे गये लोगों को 10-10 लाख रुपये और झुलसे लोगों को एक-एक लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया। दिल्ली भाजपा मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख आर्थिक मदद देगी। प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतक के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये र्थिक मदद दिया जायेगा। गंभीर रूप से घायलों को दिल्ली सरकार एक-एक लाख, प्रधानमंत्री राहत कोष से 50-50 हजार और भाजपा 25-25 हजार आर्थिक मदद देगी। बिहार सरकार भी देगी दो-दो लाख बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी अग्निकांड में मारे गये बिहार के लोगों को दो-दो लाख मुआवजा देने का एलान किया है। सीएम ने शोक जताते हुए उन्होंने कहा कि बिहार के जितने लोग इस हादसे में मारे गये हैं उनके नजदीकी परिजनों को आर्थिक मदद की जायेगी। बिहार के जितने लोग इस घटना में मरे हैं उनके परिजनों को केंद्र, दिल्ली सरकार, दिल्ली भाजपा और बिहार सरकार के कुल मुआवजा को मिलाकर 19-19 लाख रुपये मिलेगा। उत्तर दिल्ली के मेयर अवतार सिंह ने कहा कि उन्होंने नगर निगम आयुक्त से एक टीम का गठन करने, घटनास्थल का दौरा करने और आग लगने के कारण का पता लगाने को कहा है। दिल्ली के राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने जिला मजिस्ट्रेट (मध्य) को जांच करने और सात दिन के अंदर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, अनुराग ठाकुर, भाजपा सांसद मनोज तिवारी और विजय गोयल सहित कई नेता घटनास्थल पर पहुंचे। रांची के राजेश शुक्ला ने 11 लोगों की जान बचायी दिल्ली के अनाज मंडी बिल्डिंग आग लगने के बाद अंदर सबसे पहले घुसने वाले दमकलकर्मियों में से एक राजेश शुक्ला ने 11 लोगों की जान बचायी है। राजेश मूलत: रूप से झारखंड की राजधानी रांची नामकुम के रहने वाले हैं।वह दिल्लीस फायर सर्विस में है.राजेश वर्ष 2000 में गुजरात के भूकंप में भी अपनी जान पर खेलकर कइयों की जान बचायी थी।रियल लाइफ के हीरो बने फायरमैन राजेश शुक्ला ने लोगों से आग के हादसों के बारे में सही जानकारी देने की अपील की है।  राजेश शुक्ला अभी एलएनजेपी अस्पातल में एडमिट हैं।  राजेश शुक्ला ने कहा कि मैं सभी से अपील करना चाहता हूं कि जल्द से जल्द किसी भी आग की घटना के बारे में सही जानकारी दें। अगर हमारे पासे कुछ देर और पहले आगजनी की सूचना मिल जाती तो हम अधिक से अधिक और जिंदगियां बचा सकते थे। राजेश को दिल्ली में बचाव अभियान के दौरान पैर में चोट आयी और उनका भी एलएनजेपी अस्पताल में इलाज चल रहा है। दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने हॉस्पीटल में राजेश से मुलाकात की।जैन ने राजेश को असली हीरो बताया और उनकी बहादुरी की तारीफ की। जैन ने ट्वीट किया, 'दमकलकर्मी राजेश शुक्ला असली हीरो हैं. वह आग वाली जगह घुसने वाले पहले दमकलकर्मियों में शामिल थे और 11 लोगों की जान बचायी. हड्डी में चोट के बावजूद उन्होंने अंत तक अपना काम किया. इस हीरो की बहादुरी को सलाम.'