महाराष्ट्र: पुणे में दीवार ढहने से बिहार के 15 मजदूरों की मौत, कई घायल, गर्वनर व सीएम ने जताया दुख

मरने वालों में कटिहार के 13 व सारण के दो मजदूर शामिल

पुणे में सोसायटी में मजदूरों की कच्ची बस्ती पर दीवार गिरी

भारी बारिश की वजह से ढही दीवार, चल रहा था निर्माण कार्य

बचाव कार्य जारी, कई कारें भी मजदूरों के घरों पर आ गईं

पुणे: महाराष्ट्र के पुणे केंढ़वा में शुक्रवार की रात में बिल्डिंग की दीवार गिरने से बिहार के 15 मजदूरों  की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गये हैं. मरने वालों में कटिहार के 13 तथा सारण के दो मजदूर शामिल हैं. घटना की सूचना मिलते ही कटिहार जिले के बलरामपुर थाना क्षेत्र के बघार गांव में  कोहराम मचा है. . पुणे के तालाब मस्जिद इलाके में देर रात यह हादसा हुआ. भारी बारिश की वजह से हादसा होने की बात बताई जा रही है. यहां की एक आवासीय सोसायटी में निर्माण कार्य चल रहा था. बगल में ही मजदूरों के रहने के लिए कच्चे घर बने हुए थे. पार्किंग से लगा हुआ बिल्डिंग का एक हिस्सा गिर गया, जिससे यह हादसा हुआ.

सोसायटी की दीवार, मजदूरों की बस्ती पर गिर गई. दीवार के साथ सोसायटी के लोगों की कुछ कारें भी मजदूरों के कच्चे घरों पर आ गईं. हादसे के बाद से ही आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंच गई. राहत और बचाव कार्य किया. मृतकों में कटिहार जिले के एक ही गांव के आठ लोग शामिल हैं. इनमें चार बच्चे और तीन महिलाएं भी हैं. सभी मृतक बलरामपुर प्रखंड के बघार, बाइसबिघी व डटियन गांव के रहने वाले थे. इनमें बघार गांव के दो दंपती व उनके चार बच्चे हैं. सूचना मिलते ही बलरामपुर के सीओ, बीडीओ के साथ-साथ बारसोई एसडीओ भी मौके पर पहुंच परिजन को सांत्वना देने में जुटे रहे. क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों का भी गांव में जमघट लगा रहा. मृतकों में सारण जिले के परसा थाना क्षेत्र के लजतरहिया दीघरा निवासी लक्ष्मीकांत सहनी (33) और दरियापुर थाना क्षेत्र के दरिहारा भुआल गांव निवासी सुनील सिंह (35) थे.

कटिहार के मृतक

  1. मोहन शर्मा, उम्र- 30 वर्ष, पिता-उमा शर्मा, गांव-बाईसबिघी
  2. आलोक शर्मा, उम्र-26 वर्ष , पिता-भुवनेश्वर शर्मा, गांव-बाईसबिघी
  3. रवि शर्मा, उम्र-15 वर्ष, पिता सतपाल यादव, गांव-बाईसबिघी
  4. पिछोरा शर्मा, उम्र-18 वर्ष, पिता-परशुराम शर्मा, गांव-डलियन
  5. दीपरंजन शर्मा, उम्र-35 वर्ष, पिता-चेतनारायण शर्मा
  6. निभा शर्मा, उम्र-30 वर्ष, पति-दीपनारायण शर्मा
  7. इंद्रजीत शर्मा- उम्र-10 वर्ष, पिता-दीपनारायण शर्मा
  8. राजीव शर्मा, उम्र-7 वर्ष, पिता-दीपनारायण शर्मा
  9. भीमा दास, उम्र-28 वर्ष, पिता-श्यामलाल दास
  10. संगीता देवी, उम्र- 27 वर्ष, पति-भीमा दास
  11. सोनाली दास- उम्र-8 वर्ष, पिता-भीमा दास
  12. अभिजीत दास-उम्र- 3 वर्ष, पिता-भीमा दास
  13. एक अन्‍य
    सारण के मृतक
  14. लक्ष्मीकांत सहनी (33)
  15. सुनील सिंह (35) 

सारण एमपी राजीव प्रताप रूडी  ने पुणे के सांसद की सहायता से वहां के डीएम से आपदा के तहत मृतक के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि देने व हवाई जहाज से शव भेजने की व्यवस्था करने को कहा. हवाई जहाज से शाम को दोनों का शव पटना पहुंचा. वहां से गांव लाया गया.

गर्वनर व सीएम ने  जताया शोक

सीेएम नीतीश कुमार पुणे में दीवार गिरने से बिहार के 15 मजदूरों की मौत पर शोक व्यक्त किया है और मृतकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है. सीएम  ने मृतक के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की अनुदान राशि देने का एलान किया है.  घायलों को 50 -50हजार की राशि का अनुदान देने की भी बात कही है.

गर्वनर लालजी टंडन ने पुणे ( में हुए एक हादसे में कटिहार व सारण के मजदूरों की हुई मौत पर अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने हादसे में मरे लोगों की आत्मा को चिर शांति तथा उनके शोक संतप्त परिजनों को धैर्य धारण की क्षमता प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है. राज्यपाल ने दुर्घटना में घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि दुर्घटना की समुचित जांच होगी तथा पीडि़त परिवारों को महाराष्ट्र एवं बिहार सरकार प्रावधानों के अनुरूप सहायता प्रदान करेगी.

राबड़ी-तेजस्वी भी दुखी
एक्स सीएम राबड़ी देवी ने कहा है कि घायलों का भी बेहतर इलाज की व्यवस्था होनी चाहिए. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, विधायक तेजप्रताप यादव एवं सांसद मीसा भारती ने मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उनके परिजनों को सांत्वना दी है. राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, आलोक मेहता एवं चितरंजन गगन ने कहा कि बिहार में रोजगार नहीं मिलने के कारण पलायन करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. 

पुणे के कलेक्टर नवल किशोर राम ने बताया कि भारी बारिश के कारण यह दीवार गिरी. निर्माण कंपनी की लापरवाही भी सामने आ रही है. 15 लोगों की मौत बड़ी बात है. मृतकों में ज्यादातर बिहार  से आए मजदूर थे. सरकार की तरफ से प्रभावित लोगों को सहायता दी जायेगी.