धनबाद: बैंक मोड़ में पेट्रोल पंप स्टाफ से हुई 1.26 लाख लूट का खुलासा, धनसार का क्रिमिनल अरेस्ट, पैसे बरामद

धनबाद: बैंकमोड़ पुलिस ने दो दिन पहले कामधेनू पेट्रोल पंप के स्टाफ रुद्ध सिंह से हुई 1.26 लाख की लूट का खुलासा कर दी है. पुलिस नेबाइकर्स झपट्टामार गैंग के लीडर धनसार न्यू दिल्ली निवासी प्रमोद अग्रवाल को अरेस्ट कर ली है. पुलिस प्रमोद के पास से लूटी गयी राशि भी बरामद कर ली है. रूरल एसपी अमन कुमार ने प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी. मौके पर बैक मोड़ पुलिस स्टेशन इंचार्ज इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार सिंह समेत अन्य अफसर मौजूद थे. एसपी ने बताया कि प्रमोद चार पुलिस स्टेशन एरिया में लूट व छिनतई की घटना को अंजाम दिया था. वह एक जून को हीरापुर में महिला से 50 हजार रुपये व बैंक मोड़ में पेट्रोल पंप स्टाफ से 1.26 लाख रुपये छिनतई किया था. प्रमोद के खिलाफ पुटकी तथा जोड़ापोखर एरिया में भी लोगों से पैसे छिनतई करने का आरोप है. वह पिछले साल पुटकी में रूपये छिनने के आरोप में जेल गया था. प्रमोद अप्रैल माह में ही बेल पर जेल से निकला है. प्रमोद ने पेट्रोल पंप स्टाफसे छिनतई मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. पुलिस उसके पास से 36 हजार कैश बरामद की है. शेष 85 हजार रुपये में से वह पांच हजार रुपये अपनी बिजली बिल का भी पेमेंट किया है. बची राशि वह बैंक में जमा कर दिया है. पुलिस ने लूट की राशि को बैंक में जमा कराने से संबंधित रशीद भी प्रमोद के पास से जब्त की है. पुलिस झांसा देकर प्रमोद से राज उगलवायी पुलिस को सूचना मिली कि डेढ़ माह पूर्व प्रमोद जेल से छूटा है. पुलिस संदेह के आधार पर प्रमोद को पकड़ी. पुलिस को प्रमोद बरगलाता रहा. पुलिस ने नाटकीय ढंग से झांसा देकर प्रमोद से राज खोलवा ली. प्रारंभिक छानबीन में पुलिस को यकीन हो गया था कि पेट्रोल स्टाफ से रूपये छीनने में प्रमोद शामिल है. प्रमोद से घंटों पूछताछ के बाद भी जब पुलिस को सफलता नहीं मिली, पुलिस इंस्पेक्टर ने नाटकीय तरीके से एक कांस्टेबल से प्रमोद को कहवाया कि पंप स्टाफ से छिनतई मामले में वह अरेस्ट हुआ है उसे जेल जाना होगा. इस मामले को अभी ज्यादा पुलिस अफसर नहीं जानते हैं. कांस्टेबल ने प्रमोद से कहा कि अगर कुछ पैसे पुलिस में खर्च करेगा तो बचने का एक उपाय है. फोन से डीएसपी से बात कर लो तो जेल जाने से बच सकता है और इस समस्या का समाधान हो सकता है. प्रमोद जेल जाने से बचने के सवाल पर कांस्टेबल के झांसे में आ गया. वह फोन से डीएसपी से बात करने को तैयार हो गया. कांस्टेबल ने अपने मोबाइल फोन से अफर इंचार्ज को फोन लगा दिया और कहा कि डीएसपी हैं बात कर लो. प्रमोद झांसे में आकर अफसर इंचार्ज को डीएसपी समझ बात करने लगा. फोन पर प्रमोद से अफसर इंचार्ज ने पूछा कि कितना रकम लूटा था तो वह एक लाख 26 हजार रुपये बताया. प्रमोद ने कहा कि लूटी गयी राशि में से वह पांच हजार बिजली बिल दे चुका है. लूट की आधी राशि वह दे सकता है. अफसर इंचार्ज मोबाइल से बत करते हुए प्रमोद के सामने उपस्थित हो गये. इस तरह प्रमोद को झांसा देकर पंप स्टाफ से छिनतई का राजफाश करवा ली.